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जोहार छत्तीसगढ़-बिलासपुर।
जमीनो का खेल बिलासपुर में अब नया नहीं रह गया है। जब पटवारी आरआई,तहसीलदार,बिजनेस पार्टनर बनने लगे तब तो खेल और बड़ा हो जाता। बिलासपुर प्रदेश मेें इस समय सुर्खियां बटोर रहा है जमीनों में हेर-फेर का भारी खेल इस समय बिलासपुर की पहचान बन गया है। जिसने भ्रष्टाचार किया हेर फेर किया उसकी अधिकारियों द्वारा जांच में दोषी पाये जाने के बाद भी कार्यवाही न होना ऊपर बैठे अधिकारियों पर संदेह पैदा करता है। जी हां हम बात कर रहे हैं पूर्व में बिलासपुर जिले में पदस्थ एव वर्तमान जांजगीर जिले में पदस्थ पटवारी कौशल यादव की जिसके कारनामें किसी से छुपे नहीं है खासकर बड़े अधिकारियों, मंत्री, और भूपेश बघेल स्वयं उन्हे इस पटवारी की करतूत की पुरी जानकारी है जांच में इसके खिलाफ गड़बड़ी करने की बात जांच अधिकारियों ने खुद लिखित में कलेक्टर बिलासपुर को सौंपी है। उसके बाद इस पटवारी को सिर्फ निलंबित किया गया। उसके बाद बहाल किया गया और जिले से बाहर स्थान्तरण कर भेज दिया गया। लेकिन जो कार्यवाही होनी चाहिए थी उससे कलेक्टर बिलासपुर,राजस्व मंत्री दोनों ने किनारा कर लिया आखिर क्या वजह थी कि जांच में गड़बड़ी पाए जाने के बाद उस पर कड़ी कार्यवाही क्यो नहीं की गई। जिसको बर्खास्त करना चाहिए था उसे प्रशासन ने जिला बदल कर मामले को शांत करने का प्रयास किया है। जिससे सरकार,प्रशासन की किरकिरी से बचा जा सके लेकिन उन्हें ये नहीं पता कि जनता सब देख रही कि कैसे आधिकारी, मंत्री अपने अधीनस्थ कर्मचारी को कैसे बचा रही है। आने वाले विधानसभा चुनाव में सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
बिजौर स्थित कोटवारी भूमि का मामला
मामला है बिजौर में कोटवारी भूमि का जिसमे नायब तहसीलदार ने जांच कर पाया कि तत्कालीन हल्का पटवारी कौशल यादव द्वारा जानबूझकर मौजा बिजौर स्थित कोटवारी सेवा भूमि ख.न. 396/1ए 396/ 2, 396/3, 398/1 रकबा 0.36, 0.25, 0.37 1.59 एकड़ भूमि के क्रय विक्रय हेतु दुराशयपूर्वक राजस्व अभिलेख तैयार किया गया एवं नामांतरण प्रतिवेदन में उक्त भूमि के कोटवारी भूमि की जानकारी छुपाकर राजस्व न्यायालय के साथ छल करने का कृत्य किया गया है। कौशल यादव का उक्त कृत्य माननीय छ.ग. उच्च न्यायालय बिलासपुर के डब्ल्यूपीसी नं.7048 आफ 2007 आदेश 30 नवंबर 2018 की भी अवहेलना है एवं इससे शासन के समक्ष माननीय उच्च न्यायालय के उक्त आदेश के अवमानना की परिस्थितियां उत्पन्न हो गई है। तत्कालीन हल्का पटवारी कौशल यादव वर्तमान पदस्थापना जिला जांजगीर चांपा, शासकीय कोटवारी भूमि के विक्रय तथा दुराशयपूर्वक राजस्व अभिलेख तैयार करने एवं न्यायालय के साथ छल करने का दोषी है। अत: कौशल यादव तत्कालीन हल्का पटवारी बिजौर के विरूद्ध कठोर अनुशासनात्मक एवं दण्डात्मक वैधानिक कार्यवाही हेतु यह प्रतिवेदन आपकी ओर सादर संप्रेषित है।
तत्कालीन हल्का पटवारी कौशल यादव ;वर्तमान पदस्थापना जिला जांजगीर चांपाद्ध शासकीयध् कोटवारी भूमि के विक्रय तथा दुराशयपूर्वक राजस्व अभिलेख तैयार करने एवं न्यायालय के साथ छल करने का दोषी है। अत: कौशल यादव तत्कालीन हल्का पटवारी बिजौर के विरूद्ध कठोर अनुशासनात्मक एवं दण्डात्मक वैधानिक कार्यवाही हेतु यह प्रतिवेदन आपकी ओर सादर संप्रेषित है।