जोहार छत्तीसगढ़-पत्थलगांव ।
आज मंगलवार को सिखों के प्रथम गुरु गुरुनानक देव का 553वां प्रकाश पर्व धूमधाम से मनाने के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है। पत्थलगांव शहर के बीच स्थित गुरुद्वारे की विद्युत झालरों से आकर्षक साज-सज्जा की गई है, जगमग रौशनी के बीच शहर में गुरुनानक देव की छायाचित्र लगाई गई है एवम तीनों मार्गों में स्वागत द्वार बनाए गए है। वहीं 2नवंबर से लड़ी बार शुरू किए गए अखंड पाठ एवं कई प्रतियोगिताएं की आज समाप्ति की जाएगी। शहर के बस स्टैंड के सामने गुरुनानक देव की फोटो को आकर्षक रूप से सजाया गया है। वहीं जिले भर के गुरुद्वारों में श्रद्धालु आज अरदास कर मत्था टेकेंगे । गुरुद्वारों में कथा, कीर्तन दरबार सजेंगे और रागी जत्थे संगत को निहाल करेंगे। आज प्रातः से दोपहर तक विशेष कीर्तन दीवान सजेगा। इस दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु लंगर का प्रसाद भी ग्रहण करेंगे। जिसके बाद दोपहर को नगर के मुख्य मार्गों में भ्रमण करते हुए कीर्तन के साथ जुलूस का आयोजन किया जाएगा । जिसकी अगुवाई पंज प्यारे और श्री गुरु ग्रंथ साहिब की फूलों से सजी पालकी द्वारा किया जाएगा, नगर कीर्तन में गतका पार्टियां, शब्दी जत्थे, बच्चे समेत लोग शामिल होंगे। वहीं युवा डॉलर भाटिया ने बताया कि इस वर्ष बैगपाइप बैंड म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट नगर कीर्तन में आकर्षण का मुख्य केंद्र होगा। पत्थलगांव सिंहसभा के संरक्षक गुरुचरण सिंह ने कहा कि गुरु नानक देव जी की शिक्षा रही है कि सेवा से जीवन में सार्थकता आती है। मानव के जीवन में सभी के लिए सेवा का भाव होना बेहद जरूरी है। इसी संदेश को हम सभी को जीवन में जीवित रखने का संकल्प लेना चाहिए।