जोहार छत्तीसगढ़़-धरमजयगढ़।
धरमजयगढ़ के चारों ओर की सड़कों का हाल इतना बेहाल है कि आप अपने आप को धरमजयगढ़ का निवासी कहने में शर्मा जायेंगा। सड़क में गड्ढे है या गड्ढे में सड़क बतना मुश्किल होगा। सड़क में तालाबनुमा गड्ढे इन जनप्रतिनिधियों को दिखाई नहीं देता अखिर दिखाई दे भी क्यों इनको तो दिखाई नहीं देने के एवज में ठेकेदार बहुत कुछ दे देते हैं। जिसके कारण आज धरमजयगढ़ क्षेत्र की सड़कों का हाल चलने लायक नहीं है।
2023 चुनाव में क्षेत्रवासी लेंगे विधायक राठिया से हिसाब
क्षेत्रवासी अपना जनप्रतिनिधि इसलिए चुनते हैं ताकि क्षेत्र का विकास हो शासन की योजना का लाभ मिले लेकिन हमारे द्वारा चूने गये जनप्रतिनिधि सिर्फ अपना फायदा देखते हंै जनता का नहीं। हमारे द्वारा चूने गये जनप्रतिनिधि एसी गाड़ी से नहीं उतरते जिसके कारण इनको क्षेत्र की दुर्दशा दिखाई नहीं देता है। लेकिन जनप्रतिनिधि भूल जाते हैं कि जनता ने इन्हें 5 साल के लिए ही चूना है। जनप्रतिनिधियों को याद रखना चाहिए कि 5 साल बाद फिर चुनाव होना है। क्षेत्र के जनता के साथ खिलवाड़ करने वाले जनप्रतिनिधियों को जनता चुनाव में सबक सिखाते हैं जिसका ताजा उदाहरण है 2018 के चुनाव में प्रदेशवासियों ने 15 साल राज करने वाली भाजपा को मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ा, 15 साल राज करने वाली भाजपा को 15 सीट में ही सीमट कर रख दिया। धरमजयगढ़ विधायक को ये सब याद करके क्षेत्रवासियों के अनुरूप कार्य करना चाहिए, क्षेत्र का विकास पर ध्यान देना चाहिए, क्षेत्र का विकास होगा तो जनता फिर विधानसभा भेजेगी नहीं तो 2023 में अच्छे से हिसाब लेेगी। सिर्फ मीडिया वालों को मैनेज करने के लिए स्वेच्छा अनुदान एवं जनसंपर्क राशि से मीडिया वालों को खुश करने से जनता खुश नहीं होगी। ये पब्लिक है सब जानती है कब कैसे हिसाब करना है।
सड़कों के लिए सड़क पर क्यों नहीं उतरेती भाजपा
शहर की पहचान सड़कों से ही पता चल जाता है कि क्षेत्र का विकास कितना हो रहा है जब तक सड़क, पानी, बिजली जैसे मूलभुत सुविधा क्षेत्रवासियों को नहीं मिलेगा तब तक विकास का कल्पना करना भी बेईमानी होगी। लेकिन हमारे क्षेत्र की जनता को ये तीनों चीज से दूर रखा जाता है। हम अगर बात करें बिजली की तो धरमजयगढ़ क्षेत्र में तो बिजली भगवान भरोसे है, दिन में कितनी बार गोल होता है तो बिजली विभाग को भी नहीं मालूम, वैसे ही नगगरीय क्षेत्र में कई-कई दिनों तक पानी नगरवासियों के घर में नहीं पहुंचती है लेकिन जनता के इस समस्या से नगर पंचायत के पाषर्द अध्यक्ष को कोई सारोकार नहीं सब अपने आप में मस्त है। अब हम बात करते हैं धरमजयगढ़ शहर के चारों ओर की सड़कों की धरमजगढ़ से रायगढ़ 76 किलोमीटर का सफर करने के लिए 5 घंटे लगते हैं जबकि पहले रायगढ़ जाने के लिए 2 घंटे से भी कम लगते थे। वहीं अगर किसी को बस से हाटी जाना है तो मात्र 24 किलोमीटर का सफर लगभाग 2 घंटे में पूरा होता है। धरमजयगढ़ से पत्थलगांव जाने के लिए भी 2 घंटे लग जाते हैं जबकि 1 घंटे से भी कम समय का सफर है। कापू रोड का निर्माण कब पूरा होगा इसे तो ठेकेदार सुनील रामदास भी नहीं बता सकता, इसका पता करना है तो आपको भगवान के पास जाना होगा पूछने के लिए। सड़कों का इतना दुर्द्रशा होने के बाद भी विपक्ष में बैंठे भाजपा को दिखाई नहीं दे रहा है। विपक्ष बेरोजगारी भत्ता पर राजनीति करने रायपुर जा सकते हैं लेकिन अपने नगर की सड़कों के दुर्दशा को लेकर आवाज बुलंद नहीं करती है ये भाजपा का असली चेहरा, अब लोग बोलने लगे हैं कि सड़क के लिए सड़क पर कब उतरेगी भाजपा। प्रदेशवासियों ने भाजपा को विपक्ष में बैंठाये हैं तो भाजपा अपना विपक्ष धर्म निभाये ताकि आने वाले चुनाव में क्षेत्रवासी एक बार फिर अपना जनप्रतिनिधि बना कर विधानसभा भेजे।