जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
धरमजयगढ क्षेत्र के पंडरी महुआ गांव में जमीन में सोते वक्त एक ग्रामीण को अति विषैला बेलिया करैत सांप ने डस लिया, लेकिन झाड़ फूंक में समय गंवाने की वजह से वृद्ध के पूरे शरीर मे सांप का ज़हर फैल गया और फिर धरमजयगढ अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई ।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार रणमत राठिया उम्र करीब 55 वर्ष रात में लगभग 3 बजे जब वह जमीन में सोया हुआ था उसी वक्त अति जहरीला कैरेत सांप जिसे बेलिया कैरेत कहा जाता है कहीं से घर के अंदर घुस आया और वृद्ध के सिने के पास को काट लिया जैसे ही उसे सांप काटने का आभास हुआ तो देखा सांप जमीन में रेंग रहा था बताया जा रहा है जिसे वह क्रोधित होकर डंडे से मारकर खत्म कर दिया, जिसके बाद परिजनों द्वारा पास के एक बैगा से उसकी झाड़ फूक कराने लगे बता दें, इस दौरान करीब दो घंटे का समय बीत गया और उसके स्वास्थ्य में कोई सुधार नही आया तो उसे इलाज के लिए हॉस्पिटल लेकर पहुँच गए किंतु डॉक्टरों की माने तो तब तक शायद समय निकल चुका था वृद्ध के शरीर मे सांप के जहर का असर पूरी तरह से हो चुका था लिहाजा उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। फिलहाल अस्पताल की तहरीर पर धरमजयगढ पुलिस मर्ग कायम कर आगे की कार्यवाई में जुट गई है।आखिर यह कहना शायद गलत नही होगा, कि शासन प्रशासन द्वारा खासकर सर्पदंश के मामलों में बीहड़ ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता को लेकर किए जा रहे तमाम दावे कहीं न कहीं जमीनी स्तर पे फेल नजर आ रहे है ।Attachments area