जोहार छत्तीसगढ़-फरसाबहार।
फरसाबहार तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम कोनपारा के कोकिया नाला व्यापवर्तन में बने नहर से किसानों की जमीन सिंचित करने के लिए बनी हुई है। नहर जल संसाधन विभाग के द्वारा समय पर मरम्मत नहीं होने के कारण कई जगहों पर नहर क्षतिग्रस्त हो चुकी है। नहर टूटने के कारण किसानों के खेतों में पानी नहीं पहुंच रहा है। जिससे किसानों के द्वारा बोया हुआ धान की फसल नष्ट होने का खतरा मंडरा रहा है यह नहर कोनपारा, दल टोली, तुमला तक जाती है। लगभग 5 किलोमीटर तक इस नहर का पानी पहुंचती है। लेकिन इस खरीफ की सीजन में पानी बिलकुल भी नहीं पहुंच पा रहा है। कोनपारा निवासी रमाशंकर पटेल, पदमन पटेल, पुरुषोत्तम यादव, गोपाल राम यादव ने बताया कि गर्मी के दिनों में अगर नहर की समय पर रखरखाव एवं मरम्मत की जाती तो बरसात के दिनों में नहर से आने वाला पानी किसानों के खेतों में अच्छा से पहुंच जाता। लेकिन इसमें अधिकारियों की लापरवाही से हमारी खेती क्षतिग्रस्त हो रही है। वहीं प्रशासन इस और ध्यान नहीं दे रहा है अगर अभी भी की साफ -सफ ाई एवं मरम्मत की जाती है तो कई किसानों के खेतों में नहर का पानी किसानों के खेतों में पहुंचेगा जिससे किसानों की धान की फ सल अच्छे से हो जाएगी। हमारी प्रशासन से यह अपील है कि जल्दी से जल्दी नहर का सर्वे कराकर जिन जिन जगहों से नहर का पानी अन्य नालों में व्यर्थ बह रही है। नहर की मरम्मत कराई जाए जिससे कि किसानों की धान की फ सल बर्बादी से बच सकें।
- इस नहर का संचालन मेरे द्वारा किया जा रहा है। मैं पिछले वर्ष 4 स्टीमैंट बना के भेज दिया हूं। लेकिन वह कार्य स्वीकृत नहीं हुआ इसी कारण से नहर की साफ -सफ ाई एवम मरम्मतीकरण नहीं हुआ अभी कुछ दिन पहले और स्टीमेंट भेजा हूं। देखते हैं कितना दिन तक स्वीकृत हो जाता है। लेकिन मैं कोशिश करूंगा की कल से 20 मजदूर10 दिन तक लगाकर किसानों की समस्याओं का समाधान करूंगा।
जितेंद्र कुमार सिंह, उप अभियंता जल संसाधन उपसंभाग फरसाबहार