जोहार छत्तीसगढ़. धरमजयगढ़। शासकीय कार्यालयों में लेनदेन का पाई-पाई हिसाब किया जाता है। लेकिन पोस्ट ऑफिस धरमजयगढ़ में ऐसा नहीं होता है। बता दें कि पोस्ट ऑफिस में पार्सल, स्पीड पोस्ट, रजिस्ट्री का कार्य होता है। जिसका वजन के हिसाब से शुल्क लगता है। लेकिन इस शुल्क के आंकड़े ज्यादा 10,20,50 नहीं होते बल्कि 21, 32, 37 जैसे आंकड़े होते हैं। तब ग्राहक के पास खुले पैसे नहीं होते और जो रकम देता है या तो पूरा रख लेते हैं या खुले पैसे लेकर आने को कहते हैं। जो ग्राहक के लिए सम्भव नहीं होता है। तब पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी पूरा पैसा रख लेते हैं। ऐसा करके सुबह से शाम तक कितना पैसा पॉकेट में चला जाता है। जब इस संबंध में पोस्ट मास्टर टाण्डे से उनके मोबाइल पर बात की गई तो उन्होंने पहले तो ऐसा नहीं करने की बात कही, फिर उन्होंने बताया कि हमरे यहां 10 रूपये का नोट आ ही नहीं रहा है तो हम चिल्हर पैसा ही नहीं रहता है तो कैसे करें। अगे कहने लगा की मैं समाचार के लिए कुछ नहीं बोलूगा कहते हुए फोन को काट दिये। लेकिन पोस्ट ऑफिस में चल रहे मनमानी पर कुछ भी बोलने से बचते रहे। अब इनका मानमानी की शिकायत रायगढ़ कार्यालय करेंगे।