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गवर्नमेंट अंडरटेकिंग स्कॉर्पियो वाहन में राजीव गांधी शिक्षा मिशन के जिला समन्वयक ने सपरिवार कर ली जगन्नाथपुरी की यात्रा, छत्तीसगढ़ शासन लिखी गाड़ी से निजी यात्रा पर उठे सवाल

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जोहार छत्तीसगढ़-जांजगीर- चांपा ।   

शासकीय मद का दुरुपयोग किस तरह से किया जाता है, इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि राजीव गांधी शिक्षा मिशन जांजगीर-चांपा के जिला परियोजना समन्वयक ने गवर्नमेंट अंडरटेकिंग स्कॉर्पियो वाहन से सपरिवार जगन्नाथ पुरी की यात्रा कर ली है। जिला समन्वयक के परिजनों ने सोशल मीडिया पर कुछ फोटोग्राफ्स शेयर किए हैं, जिसमें स्पष्ट दिख रहा है कि विभाग द्वारा किराए पर ली गई स्कॉर्पियो वाहन जिसमें छत्तीसगढ़ शासन लिखा हुआ है, उसमें परियोजना समन्वयक और उनके परिजन बड़े मजे से न केवल यात्रा कर रहे हैं बल्कि, फोटो शूट करके सोशल मीडिया पर शेयर भी कर रहे हैं। दरअसल, राजीव गांधी शिक्षा मिशन जांजगीर-चांपा के जिला परियोजना कार्यालय में विभागीय कार्य के संपादन के लिए चारपहिया वाहन नहीं है, ऐसे में एक स्कार्पियो वाहन को विभाग ने किराए पर ले रखा है, जिसमें सामने एवं पीछे स्पष्ट रूप से छत्तीसगढ़ शासन लिखा हुआ है। उक्त गाड़ी को किराए पर लेने का मुख्य कारण यह है कि विभागीय कामकाज का संपादन सुविधाजनक ढंग से समय पर हो सके, परंतु यहां तो विभाग के अधिकारी ने उक्त वाहन को अपनी निजी यात्रा का बेहतर साधन बना रखा है। जी हां, राजीव गांधी शिक्षा मिशन के जिला परियोजना समन्वयक एमएल ब्रह्माणी द्वारा छत्तीसगढ़ शासन लिखी उक्त स्कॉर्पियो वाहन से हाल ही में सपरिवार जगन्नाथ पुरी की यात्रा की गई है। खास बात यह है कि जांजगीर-चांपा से जगन्नाथपुरी जाते और वहां से वापस लौटते वक्त उस वाहन में जगह-जगह फोटो शूट भी हुए हैं, उन्हीं में से कुछ फोटोग्राफ्स जिला परियोजना समन्वयक ब्राह्मणी की पत्नी ने सोशल मीडिया पर शेयर किए हैं, जिससे शासकीय वाहन के दुरुपयोग का खुलासा हो रहा है। इधर, इस मामले के संबंध में जिला परियोजना समन्वयक ब्राह्मणी से बात किए जाने पर उनका कहना है कि विभाग को सरकारी गाड़ी आवंटित नहीं है। विभाग में किराए की गाड़ी चलती है, उसी से यात्रा की गई है। बाकी और कोई ऐसी विशेष बात नहीं है। बहरहाल मामला चाहे जो भी हो पर यह बात तो स्पष्ट है कि जिले के अधिकारी शासकीय फंड और शासकीय संसाधनों का जमकर दुरुपयोग कर रहे हैं। ऐसे में संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई की मांग उठने लगी है।

विवादों से रहा हमेशा नाता
राजीव गांधी शिक्षा मिशन के जिला परियोजना समन्वयक एमएल ब्राह्मणी का विवादों से हमेशा नाता रहा है। मामला चाहे उनकी कोरबा में पदस्थापना का हो या फिर जांजगीर-चांपा जिले में उनकी कार्यप्रणाली को लेकर, अक्सर कई गंभीर सवाल उठते रहे हैं। कुछ मामलों में उनके खिलाफ शासन स्तर तक शिकायत भी पहुंची थी मगर, अब तक किसी तरह की कोई कार्यवाही उन पर नहीं की गई है। ऐसे में उनके हौसले बुलंद हैं।

फेसबुक से तुरन्त हटा दिए फोटोज
इस मामले के संबंध में जब जिला  परियोजना समन्वयक ब्राह्मणी से बात की गई तो उन्होंने गोलमोल जवाब देकर पल्ला तो झाड़ लिया। मगर, कुछ ही सेंकड बाद उन्होंने अपने परिजनों से संपर्क कर फेसबुक पर पोस्ट किए गए वे फोटोग्राफ्स हटवा दिए, जिसमें छत्तीसगढ़ शासन लिखा हुआ स्कार्पियो वाहन स्पष्ट दिखाई दे रहा था। इससे समझा जा सकता है कि यहाँ दाल में कुछ काला नहीं बल्कि, पूरी दाल ही काली है।

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