जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़। धरमजयगढ़ बालक हाई स्कूल का जीर्णोधार 1 करोड़ 9 लाख रूपये से करवाया जा रहा है लोक निर्माण विभाग द्वारा घरघोड़ा के ठेकेदार नटवर अग्रवाल से इस निर्माण कार्य में कई प्रकार के अनियमितता बरतने का आरोप भी ठेकेदार के ऊपर लग रहे हैं। लेकिन ठेकेदार द्वारा कराया जा रहा निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच लोक निर्माण विभाग द्वारा नहीं किया जा रहा है। जिसका नतीजा है कि ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार किया जा रहा है। मजेदार बात है कि ईई लोक निर्माण विभाग के धरमजयगढ़ दौरे के दौरान बालक हाई स्कूल में लगाये जाने वाले टाइल्स का एफ्रूबल के लिए ईई के पास एक पीस लेकर आये थे जिसे देखकर फटकार लगाते हुए कैटलॉक के साथ आने को कहा था। लेकिन पता नहीं ठेकेदार द्वारा लगाये जा रहे टाईल्स का एफ्रू बल लिया है भी कि नहीं। और ठेकेदार नटवर अग्रवाल द्वारा उसी टाइल्स का उपयोग निर्माण कार्य में करवाया जा रहा है। जब इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के एसडीओ शर्मा से टाइल्स के बारे में जब पूछा गया कि साहब ईई साहब ने टाइल्स को देखने से माना कर दिया था और कैटलॉक लेकर आने को बोले थे। क्या इस टाईल्स को उपयोग करने की अनुमति दिया है। इतना सूनते ही एसडीओ शर्मा का पारा चढ़ गया और बोलने लगा कि टाईल्स की अनुमति मिला की नहीं मूझसे क्यों पूछ रहे हो ईई साहब से पूछो वहीं बतायेंगे मेरे को कुछ नहीं मालूम। अब आप खुद ही सोच सकते हैं कि निर्माण कार्य में कितना भ्रष्टाचार हो रहा होगा। एसडीओ शर्मा की बातों से तो ऐसा लगता है अगर निर्माण कार्य गुणवत्ता के साथ होगा तो इनको भारी भरकम नुकसान उठाना पड़ेगा। ऐसे अधिकारी और ठेकेदारों की मनमानी के चलते आज निर्माण कार्य में खुलकर भ्रष्टाचार हो रहा है। और इस भ्रष्टाचार का नतीजा भुगत रहे क्षेत्र की आम जनता, और मौज कर रहे हैं भ्रष्ट लोग।