जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़ । मांड नदी के पावन तटपर मां अम्बे विराजमान हैं। धरमजयगढ़ से 6 किलोमीटर की दूरी पर अंबेटिकरा में माता का दशकों पुरानी मंदिर है। जहां प्रतिदिन सैकड़ों भक्तगण माता की दर्शन करने आते हैं। वहीं नवरात्रि में तो हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। विगत कई महीनों से यहां प्रत्येक मंगलवार को भोग भंडारा प्रसाद का वितरण किया जा रहा है। जो दानदाताओं के सहयोग से किया जा रहा है। जो भी श्रद्धालु भोग भंडारा लगाना चाहते हैं तो सम्पर्क कर सकते हैं। इस मंगलवार का भोग भंडारा जबगा निवासी संजय झरिया द्वारा दिया गया। बता दें कि भोग भंडारे में बिपुल शील का विशेष योगदान है। जो प्रत्येक मंगलवार के भोग भंडारे को बनाते हैं। वहीं किसी मंगलवार को दानदाता नहीं होने पर स्वयं बिपुल द्वारा व्यय कर भोग भंडारा लगाया जाता है।