Home छत्तीसगढ़ वाहन संचालकों ने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को विभिन्न मांगों को लेकर सौंपा...

वाहन संचालकों ने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को विभिन्न मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन

16
0

बिलासपुर । जिले के आरटीओ ऑफिस के कार्यप्रणाली से वाहन संचालक जिसमें माल ऑटो, 10 चक्का ट्रक, ट्रेलर वाहन संचालकों को समय-समय पर विभागीय कार्यप्रणाली से अनेकों प्रकार की विभागीय परेशानियों का सामना करना पड़ता है।जिससे कि वाहन संचालक अवधेश दुबे ने छत्तीसगढ़ उजाला के संवाददाता प्रतीक सोनी को बताया कि व्यवसाय खत्म होने के कगार पर आ चुका है। वाहन मालिकों से बातचीत के दौरान अपनी मुख्यत: परेशानियों को क्रमश: नीचे एक एक करके बताया-

फिटनेस के समय मात्र 600 रुपए की रसीद काटी जाती है जो कि सरकारी खजाने में जमा होती है। परंतु गाड़ी मालिक से एजेंटों के माध्यम से 3500 वसूला जाता है इस तरह की वसूली बंद हो।

फिटनेस के समय लगाए जाने वाले रेडियम की वास्तविक कीमत केवल लगभग ?500 से ?600 होती है जबकि कुछ खास लोगों की इसकी एजेंसी देकर ?4500 वसूला जा रहा है जो नाजायज है इसे तत्काल बंद किया जाए। जिन गाडिय़ों में पहले से स्पीड गवर्नर लगा है उसे माना जाए तथा नए गवर्नर के नाम पर ?4500 की वसूली तत्काल प्रभाव से बंद की जाए।

कोरोना काल के दौरान सितंबर माह तक सभी टैक्स में शासन से छूट थी, फिर भी टैक्स एवं अन्य चीजों में फाइन क्यों जोड़ा जा रहा है इसे माफ होना चाहिए। वाहनों की चेकिंग के दौरान चौक चौराहों पर गाड़ी का पेपर आरटीओ अधिकारी लेकर चले जाने की वजह से मालिक को पूरा दिन परेशान होना पड़ता है तथा गाड़ी भी खड़ी रहती है। यदि वाहन में कोई भी प्रकार की अनैतिक कार्य करते पाया जाता है जिसमें आपके विभागीय अधिकारियों को वाहन के दस्तावेज लेने की आवश्यकता महसूस होती है तो तत्काल स्पोर्ट पर ही कार्यवाही की जाए।

इन मांगों को लेकर जिले के समस्त वाहन संचालको ने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को आग्रह किया कि इन समस्याओं को अति आवश्यक मानते हुए तत्काल इस पर संज्ञान लिया जाए एवं विभागीय प्रणाली की विसंगतियों को दूर किया जाए कोरोना काल में जिस प्रकार अन्य व्यवसाय में व्यवसायियों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा है, उससे वाहन व्यवसाय कहीं ना कहीं अछूता नहीं रहा। दिन-ब-दिन डीजल के बढ़ते रेट और बिलासपुर जिले में परिवहन भाड़ा के गिरते मूल्य वाहन मालिकों के लिए बहुत बड़ी परेशानी बन चुकी है। इसमें प्रशासन से भी इसी प्रकार की विभागीय परेशानियों का सामना करना पड़ेगा तो दैनिक परिवारिक आवश्यकताओं की पूर्ति कहां से हो पाएगी। अवधेश दुबे, अशोक श्रीवास्तव, मुकेश अग्रवाल, मुकेश मस्तानी, अजय, विपिन विनोद सिंह एवं समस्त परिवार संघ के लोग भारी संख्या में उपस्थित होकर ज्ञापन दिया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here