भोपाल । अपनी मांगों को लेकर प्रदेश के कर्मचारी चार चरणों में आंदोलन करेंगे। यह आंदोलन अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में होगा। आंदोलन की सूचना सोमवार को सरकार को दी जाएगी। इसका निर्णय शनिवार राजधानी में कर्मचारी भवन में बुलाई बैठक में लिया गया है। यह जानकारी मोर्चा के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह, संयोजक एसबी सिंह और प्रवक्ता सुभाष शर्मा ने दी है। बढ़ती महंगाई के बावजूद भी महंगाई भत्ता का लाभ नहीं मिलने पर नाराजगी जताई। बैठक में उन्होंने कहा कि केंद्र के कर्मचारियों को इसी कोरोना संक्रमण के दौरान महंगाई भत्ता का लाभ दिया है, जो बढ़कर 28 फीसद हो गया है। जबकि राज्य सरकार कोरोना संक्रमण की आड़ ले रही है और इसके कारण महंगाई भत्ता 12 फीसद ही है। मोर्चा के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने कहा कि कर्मचारियों का समय-समय पर करोड़ों रुपये एरियर रोका गया है, जिसका भुगतान अभी तक नही किया है। वहीं ओपी कटियार ने कहा कि वेतन विसंगति एक बड़ी समस्या रही है, जो समय-समय पर बढ़ती ही गई है। कुछ ही मामलों में निराकरण हुआ है। अभी भी नुकसान भुगतना पड़ता है। बैठक को घटक संगठनों के नेता सीपी ठाकुर, विजय मिश्रा, नीरज श्रीवास्तव, उमाशंकर तिवारी, शंकर सिंह सेंगर, महावीर प्रसाद शर्मा, अनिल बाजपेई, अरुण वर्मा, चंद्रशेखर परसाई , केएस तोमर आदि ने भी संबोधित किया है। मोर्चा के संरक्षक भुवनेश कुमार पटेल ने कहा कि संविदाकर्मियों के साथ पूर्व की तुलना में शोषण बढ़ा है। सालों से काम करने वाले संविदाकर्मियों को अब तक नियमित नहीं किया है, सरकार को विचार करना चाहिए। संयोजक एसबी सिंह ने कहा कि स्थायीकर्मियों की दुर्दशा बढ़ती ही जा रही है। उन्हें स्थाई करना चाहिए। हजारों की मौत हो चुकी है। परिवार के सदस्यों को अनुकंपा नियुक्ति नहीं देना दुर्भाग्यपूर्ण है।