भोपाल। प्रदेश के उज्जैन शहर में देर रात एक होटल की छत से संदिग्ध परिस्थिति में किशोरी के कूद जाने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना उज्जैन के महाकाल मंदिर से कुछ दूरी पर स्थित बेगमबाग मार्ग पर बनी होटल हाइलाइट की है। यह घटना रविवार रात करीब 12 बजे के आसपास हुई। बताया जा रहा है कि किशोरी 3 दिन से घर से लापता थी। स्वजन ने पुराने पड़ोसी पर शंका जताई थी। दोनों नाबालिग 3 दिन से होटल हाईलाइट में बगैर आइडी के ठहरे हुए थे। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। महाकाल पुलिस ने बताया कि बुधवारिया के स्टेट बैंक होटल के समीप रहने वाली 17 वर्षीय किशोरी रविवार रात करीब 12 बजे बेगम बाग मार्ग पर स्थित होटल हाइलाइट की छत से कूद गई। बताया जा रहा है कि जिस वक्त किशोरी छत पर भाग कर आई उस दौरान दिल्ली के 2 श्रद्धालु भी छत पर टहल रहे थे। किशोरी एकाएक छत की मुंडेर पर चढ गई, तभी दो युवक उसके पीछे भागते हुए आए थे, जिन्हें देखकर वह छत से कूद गई। नीचे गिरने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर महाकाल पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों युवकों को गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि दोनों नाबालिग हैं। किशोरी के स्वजन ने बताया कि उनके पड़ोस में रहने वाला एक लड़का उसे परेशान कर रहा था। 2 माह पूर्व भी इसकी शिकायत कोतवाली थाने में की थी। लड़का मंछामन कॉलोनी में रहता है। आइजी संतोष कुमार सिंह ने संवेदनशील क्षेत्रों में थाना प्रभारियों व पुलिस की गश्त के निर्देश दिए थे। जिसके बाद जिले के सभी थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्रों में रात को घूम रहे थे। बावजूद इसके महाकाल पुलिस ने होटलों की जांच तक नहीं की। इसका ही नतीजा है कि होटल हाइलाइट में ठहरी किशोरी छत पर जाकर कूद गई। जबकि वह नाबालिग के साथ बगैर आईडी के होटल में ठहरी हुई थी। होटल हाईलाइट हमेशा संदिग्ध मामलों में हाइलाइट रहती है। पूर्व में भी एक वायुसेना अफसर के साथ मारपीट का मामला आया था। जिसे महाकाल पुलिस ने लेनदेन कर रफा-दफा कर दिया था। बताया जा रहा है कि हाइलाइट होटल में लोग बगैर आइडी के भी ठहर जाते हैं। संदिग्ध क्षेत्र होने के बावजूद पुलिस होटल की जांच करने तक नहीं घुसती है।