कोरबा लगातार बढ़ रही महंगाई व कोयला कर्मियों की समस्याओं का निराकरण नहीं किए जाने पर भारतीय कोयला खदान मजदूर संगठन बीकेकेएमएस ने जनजागरण अभियान चलाते हुए प्रदर्शन किया। वक्ताओं ने कहा कि बढ़ती महंगाई की वजह से आमजनों के घर का बजट गड़बड़ा गया है। पेट्रोलियम पदार्थ की कीमत बढ़ने से सभी वस्तुओं के दाम में भी वृद्धि हो रही है। केंद्र व राज्य दोनों सरकार इस पर अंकुश लगाने असफल है।
भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध बीकेकेएमएस ने चरणबद्ध आंदोलन का निर्णय लिया है। इसके तहत सभी खदान क्षेत्र में जनजागरुकता अभियान के साथ नारेबाजी व प्रदर्शन किया जा रहा है। संगठन ने कोयला कर्मचारियों की स्थानीय स्तर की समस्याओं के साथ ही महंगाई को प्रमुख रूप से मुद्दा बनाया है। इस आंदोलन में ना केवल कर्मचारियों के मध्य जागरूकता अभियान चलाया जा रहा, बल्कि आमजनों को भी महंगाई के विरोध में खड़े होने का आव्हान किया जा रहा है। संगठन के केंद्रीय अध्यक्ष टिकेश्वर सिंह ने बताया कि हसदेव क्षेत्र में महंगाई समेत स्थानीय मुद्दों को लेकर हड़ताल की जा रही है। प्रबंधन औद्योगिक संबंध आईआर बैठक नहीं बुला रहा है। इससे कर्मचारियों की कई समस्याओं का निराकरण नहीं हो पा रहा। उन्होंने कहा कि कर्मियों को लंबित समस्याओं की वजह से काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। प्रबंधन को पत्र लिख कर बैठक कर समस्या निराकरण करने का प्रस्ताव रखा गया था, पर टालमटोल की नीति अपनाई जा रही है। इसके साथ ही लगातार बढ़ रही महंगाई को लेकर भी केंद्र व राज्य सरकार को राज्य पदाधिकारियों ने पत्र लिखा है, पर अभी तक कोई सकारात्मक पहल नहीं हुई। कीमत बढ़ने से हर वर्ग के लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। पेट्रोलियम पदार्थ को जीएसटी के दायरे में लाने का सुझाव भी केंद्र सरकार को दिया गया था, पर इसमें अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो सकी। उन्होने कहा कि सभी खदान क्षेत्र में प्रदर्शन के बाद आगामी 15 सिंतबर को संगठन ने साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड एसईसीएल, के सभी क्षेत्रीय महाप्रबंधक व निदेशक कार्मिक को ज्ञापन सौंपा। ताकि आइआर बैठक शुरू की जा सके। जनजागरूकता अभियान के दौरान संगठन के सभी स्थानीय पदाधिकारी, कार्यकर्ता व कोयला कर्मचारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।