भोपाल । कोरोनाकाल में जहां लोगों का रोजगार छिना, आर्थिक स्थिति गड़बड़ाई वहीं अब सुखद यह है कि धीरे-धीरे सब कुछ पटरी पर लौटने लगा है। लोगों को रोजगार मिलने के साथ निवेशकों ने मध्यप्रदेश की ओर रुख किया है। जहां पिछले 18 माह में प्रदेश में जहां 16,707 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है, वहीं 47,186 लोगों को रोजगार के अवसर मिले हैं। इस दौरान सरकार ने 879 एकड़ औद्योगिक भूमि भी आवंटित की है। जबकि पिछले एक पखवाड़े में प्रदेश को 18 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिल चुके हैं। उद्योगपतियों ने मुख्यमंत्री से अलग-अलग मुलाकात में यह प्रस्ताव दिए हैं। कोई यहां नए उद्योग लगाना चाहता है तो कोई यहां स्थापित अपनी इकाइयों का विस्तार चाहता है। इनमें टेक्सटाइल, खाद्य प्रसंस्करण, लॉजिस्टिक, स्वास्थ्य और शिक्षा के प्रस्ताव प्रमुख हैं।
मुख्यमंत्री से अर्न इंडिया मैन्यूफेक्चरिंग, हिन्दुस्तान पेट्रोलियम, अविगना प्राइवेट लिमिटेड, सागर ग्रुप और विहान इंटरप्राइजेज के पदाधिकारी निवेश प्रस्ताव के साथ मिले। निवेशकों को आश्वस्त किया है कि उन्हें सरकार की ओर से भूमि सहित अन्य सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। उद्योग नीति के अंतर्गत दी जाने वाली रियायतों के वे हकदार होंगे। उद्योगपतियों और निवेशकों से मिले इन प्रस्तावों का परीक्षण किया जा रहा है।
पिछले 2 वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष अच्छा प्रदर्शन
अगर प्रदेश में औद्योगिक निवेश का आंकलन करें तो पिछले 3 सालों में इस वर्ष प्रदेश में अधिक निवेश हुआ है। उद्योग विभाग से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2019-20 में 258 निवेशकों ने 6600 करोड़ रुपए का निवेश किया था, वहीं उस साल 630 एकड़ जमीन आवंटित की गई थी। वर्ष 2020-21 में 384 निवेशकों ने 11 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया था और निवेशकों को 840 एकड़ जमीन आवंटित की गई थी। जबकि वर्ष 2021-22 में 31 अगस्त तक 495 निवेशकों ने 5707 करोड़ रुपए का निवेश किया है। इस साल अभी तक 832 एकड़ जमीन निवेशकों को आवंटित की गई है। विभागीय सूत्रों से मिले आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में जहां वर्ष 2019-20 में 15,850 लोगों को औद्योगिक इकाइयों में रोजगार मिला है, वहीं 2020-21 में 22,000 और 2021-22 में अब तक 25,186 लोगों को रोजगार मिल चुका है।
10 हजार एकड़ का लैंडबैंक भी तैयार
मप्र औद्योगिक विकास निगम को लगातार निवेशकों के अच्छे प्रस्ताव मिल रहे हैं। भोपाल, इंदौर, पीथमपुर, रतलाम, उज्जैन, खरगोन, बुरहानपुर से लेकर आसपास के जिलों में भी निगम लगातार नए औद्योगिक बेल्ट विकसित कर रहा है और पीथमपुर में भी सेक्टर-7 में स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप का विकास कार्य जल्द शुरू होगा। इसके साथ ही भूखंडों के आवंटन की प्रक्रिया भी शुरू करेंगे। 50 कपड़ा और गारमेंट उद्योग भी निवेश के लिए तैयार हैं, जिनके माध्यम से डेढ़ हजार करोड़ से अधिक का निवेश होगा। लिहाजा विकास निगम लगभग 10 हजार एकड़ का लैंडबैंक भी तैयार कर रहा है, ताकि सभी छोटे-बड़े इच्छुक उद्योगों-निवेशकों को जमीनें आवंटित की जा सकें।