भोपाल। भारत निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को 5 राज्यों की 6 राज्यसभा सीटों के चुनाव की घोषणा कर दी है। इनमें एक सीट मध्यप्रदेश की भी है, जो केंद्रीय मंत्री रहे थावरचंद गेहलोत के इस्तीफे के बाद खाली हुई है। गेहलोत अभी कर्नाटक गर्वनर हैं। इस सीट के लिए 4 अक्टूबर को वोटिंग होगी। विधानसभा में बहुमत को देखते हुए इस सीट पर भाजपा का जीतना लगभग तय है।
गेहलोत ने 7 जुलाई को इस्तीफा दिया था। उनका कार्यकाल अप्रैल-2024 तक था। इस सीट के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को चुनावी कार्यक्रम जारी कर दिया। इसके बाद भाजपा-कांग्रेस दोनों ही तैयारियों में जुट गई है। हालांकि, सीट से कौन उतारा जाएगा, यह साफ नहीं की गई है। दोनों पार्टियां संभावित उम्मीदवारों पर फोकस कर रही है। मोदी कैबिनेट में कई नए मंत्री हैं, जिन्हें मप्र से उतारकर भाजपा राज्यसभा भेज सकती है, जबकि कांग्रेस मप्र के ही किसी नेता को मैदान में उतार सकती है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, रिक्त सीट के उम्मीदवार के संबंध में केंद्रीय नेतृत्व तय करेगा।
ये चुनावी कार्यक्रम
15 से 22 सितंबर तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे।
23 सितंबर को फार्म की जांच होगी।
27 सितंबर तक नामांकन फार्म वापस लिए जा सकेंगे।
4 सितंबर को सुबह 9 से शाम 4 बजे तक वोटिंग होगी।
4 सितंबर की शाम 5 बजे काउंटिंग होगी।
भाजपा का कब्जा रहेगा बरकरार
गेहलोत के गर्वनर बनने के बाद से रिक्त हुई सीट पर चुनाव के लिए भाजपा-कांग्रेस दोनों इंतजार कर रही थी। जानकारी के मुताबिक, चुनाव में 227 सदस्य हिस्सा ले सकते हैं। बता दें कि दल की स्थिति के मुताबिक बीजेपी का इस सीट पर कब्जा बरकरार रहेगा, क्योंकि, विधानसभा में बीजेपी बहुमत में है, जबकि कांग्रेस के 95 सदस्य, 4 निर्दलीय, बसपा के दो और सपा की सदस्य संख्या 1 है। पृथ्वीपुर, जोबट और रैगांव विधानसभा क्षेत्र की सीटें विधायकों के निधन की वजह से रिक्त है।
मप्र में 11 सीटें, एक है रिक्त
मध्यप्रदेश में राज्यसभा की कुल 11 सीटें हैं। एक सीट रिक्त है। शेष बची 10 सीट में से होने से 6 सीटों पर भाजपा का कब्जा है, जबकि 4 पर कांग्रेस काबिज है। वर्तमान में ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह, संपतिया उईके, एमजे अकबर, विवेक तन्खा, अजय प्रताप सिंह, कैलाश सोनी, धर्मेंद्र प्रधान, राजमणि पटेल, सुमैर सिंह सोलंकी मप्र से राज्यसभा सांसद है।