बिलासपुर । जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा ने ग्राम पंचायत लगरा स्थित शासकीय हाईस्कूल में पौधरोपण किया। इस दौरान स्कूल के गुरुजनों और छात्र-छात्राओं ने भी पौधरोपण कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। गौरहा ने इस दौरान बच्चों को संबोधित करने के साथ पुरस्कार देकर सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया।
अपने संबोधन में गौरहा ने सबसे पहले गुरू वंदना कर बच्चों को अपने गुरूओं के प्रति विश्वास और श्रद्धा रखने की बात कही।आगे उन्होने कहा कि किसी भी क्षेत्र में गुरू परम्परा का अपना महत्वपूर्ण स्थान है। गुरूओं के बिना दुनिया के अनुभवों को समझना नामुमकिन है। कहा भी गया है कि चाइल्ड इस द फादर ऑफ मैन..लेकिन यह सच है कि गुरू भविष्य का पितामह होता है।
इस दौरान जिला पंचायत सभापति ने पौधरोपण के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होने कहा आज दुनिया बहुत बुरे दौर गुजर रही है। ग्रीन हाउस इफेक्ट हुआ है। जिसके चलते प्रकृति का संतुलन बहुत बिगड़ गया है। इसके लिए केवल और केवल हम ही जिम्मेदार हैं।
सवाल उठता है कि प्रकृति के अंसुतलन को दूर करने के लिए कौन सामने आएगा। इसका उत्तर यह ही है कि जब हमने प्रकृति से खिलवाड़ किया है तो उसे सवारने की जिम्मेदारी भी हमारी है। हर साल हम वन महोत्सव मनाते हैं। हजारों लाखों की संख्या में पौध रोपण करते हैं। लेकिन सैकड़ों की संख्या में ही वृक्ष तैयार होते हैं।
हमें अपनी जिम्मेदारी समझते हुए प्रकृति को बचाना है। जितने पौधे लगाएं उन्हें पाल पोष कर बड़ा करना है। इसके बाद ही प्रकृति हमें माफ करेगी। अंकित को सुनकर छात्र छात्राओं समेत उपस्थित गुरूजनों ने जमकर तालियां बजायी।
गौरहा ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि पर्यावरण प्रेमी सर टी.आर. पटेल का नाम किसकों नहीं पता है। उन्होने अपने जीवन में 11000 से भी अधिक पौधे ना केवल लगाएं हैं। बल्कि सभी को अपने बच्चों की तरह पाल पोषकर बड़ा भी किया है। मुझे गर्व है कि उन्हें सम्मानित करने का सौभाग्य मिला। हम सब मिलकर संकल्प लें कि टीआर पटेल जी से ज्यादा पौधा लगाएं और गुरूदेव का नाम रोशन करें। कार्यक्रम में प्राचार्य व शाला विकास समिति के अध्यक्ष ने भी अपनी बात रखी।
इस कार्यक्रम में सरपंच प्रतिनिधि शत्रुहन साहू समेत प्राचार्य इंदुबाला ठाकुर,शाला विकास समिति के अध्यक्ष शिवशंकर कैवर्त,शिक्षक धनंजय कुम्भकार,विपिन गौरहा, अन्नपूर्णा जायसवाल,सिमा त्रिवेदी,ज्योति उपाध्याय,रामा पटेल, प्रकाश कैवर्त,राजकुमार श्रीवास,मुखीराम बिरजे,ओम प्रकाश श्रीवास छोटेलाल साहू ,अजय यादव,मनोज कैवर्त,राजकुमार कैवर्त,सुमित कैवर्त,शांति विश्वकर्मा,शांति यादव,सरोजनी साहू, बहुरा यादव,गंगोत्री यादव,अंजू लहरी,भगवती कैवर्त विशेष रूप से मौजूद थीं।