भोपाल । प्रदेश के लोगों का डाकघरों पर भरोसा बढ़ा है। यही वजह है कि सूबे के डाकघरों में साल भर के अंदर साढ़े छह लाख से अधिक नए खाते खुले। यह खुलासा डाक विभाग की वार्षिक रिपोर्ट 2020-21 में हुआ है। डाक विभाग की वार्षिक रिपोर्ट 2019-20 के मुताबिक मार्च, 2019 तक मध्यप्रदेश में 2 करोड़ 40 लाख 93 हजार 212 खाते थे, जो मार्च, 2020 में बढकऱ 2 करोड़ 47 लाख 44 हजार 865 हो गए। यानी साल भर में बचत योजनाओं में 6 लाख 51 हजार 653 खातों की बढ़ोतरी हो गई। इसके साथ ही साल भर में इन खातों में 1 लाख 26 हजार 232 करोड़ की रकम का इजाफा हुआ है।
वहीं देश भर की अगर बात की जाए तो देश में मार्च, 2020 में बचत योजनाओं के 36 करोड़ 39 लाख 84 हजार 93 खाते थे, जो मार्च, 2021 में बढकऱ 36 करोड़ 75 लाख 22 हजार 519 हो गई। देश भर में एक साल में बचत योजनाओं में 35 लाख 38 हजार 426 खाते बढ़ चुके हैं। डाक विभाग की वार्षिक रिपोर्ट 2019-20 के मुताबिक मार्च, 2019 तक मध्यप्रदेश में कुल 8279 डाकघर मौजूद थे और 38409 पत्र पेटियां मौजूद थीं, जो मार्च, 2020 में 8277 डाकघर और 33691 पत्र पेटियां हो गईं।
31 मार्च 2020 तक बचत योजनाओं के खातों की संख्या
खाता संख्या
बचत बैंक 11.55 करोड़
आवर्ती जमा 10.54 करोड़
मासिक आय योजना 4.6 लाख
वरिष्ठ नागरिक 59,603
सावधि जमा 8.11 लाख
लोक भविष्य निधि 63,355
सुकन्या समृद्धि खाते 12.99 लाख
प्रदेश में डाकघरों की स्थिति
31 मार्च 2019
ग्रामीण डाकघर – 7474
शहरी डाकघर – 805
31 मार्च 2020
ग्रामीण डाकघर – 7478
शहरी डाकघर – 799
31 मार्च 2019
शहरी पत्र पेटियां – 4288
ग्रामीण पत्र पेटियां – 34121
31 मार्च 2020
शहरी पत्र पेटियां – 3616
ग्रामीण पत्र पेटियां – 30,075
इनका कहना है
डाक विभाग के प्रति आमजन का विश्वास बना हुआ है, यही कारण है कि साल भर में साढ़े छह लाख से अधिक खाते खुले हैं। आगे भी इनमें निश्चित बढ़ोतरी होती रहेगी। ग्राहकों के लिए लगातार सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। हमारा नेटवर्क भी काफी अच्छा है। साथ ग्राहकों का सहयोग भी डाक विभाग को मिलता रहता है।
- जितेंद्र गुप्ता, चीफ पोस्ट मास्टर जनरल, डाक विभाग भोपाल