शेख आलम,जोहार छत्तीसगढ़।
धरमजयगढ़। धरमजयगढ़ क्षेत्र के डाहीडाँड़ गांव में अमानत में खयानत करने का मामला फौरी तौर पर सामने आ रहा है। बताया जा रहा है सिसरिंगा गांव निवासी नरसिंह राठिया सालों पहले डाहीडाँड़ निवासी ग्रामीण त्रिलोकी राठिया के पास 9 बकरियों की देख रेख व चरवाहे के लिए दिया था उस वक्त सिसरिंगा निवासी नरसिंह और डाहीडाँड़ निवासी ग्रामीण त्रिलोकी के बीच केवल मौखिक रूप से अनुबंध हुआ था। उसी मुताबिक 9 बकरियों की देख रेख व चरवाहे के लिए रखा गया था लेकिन जिस तरह से मामला सामने आ रहा है उससे तो यही लग रहा है कि अमानत में खयानत हुआ है। बता दें, धरमजयगढ़ थाना क्षेत्र के सिसरिंगा गांव निवासी नरसिंह राठिया पास के ही गांव डाहीडाँड़ में त्रिलोकी नामक ग्रामीण के यहां 9 बकरियों का पालन पोषण करने एवं सुरक्षित रखने के नाम पर सौंपा गया था बकरी मालिक द्वारा इस शर्त पर दिया गया था कि आगे जो भी बकरियों की वंश में वृद्धि होगी उसी लिहाज से बकरियों में आपस मे बंटवारा हो होगा।लेकिन ख़बर मुताबिक जानकारी यह है कि बकरी मालिक सिसरिंगा निवासी नरसिंह राठिया द्वारा देख रेख करने एवं पालन पोषण के लिए दिए गए बकरियों का हिसाब संबंधित के पास नही मिला लिहाजा डाहीडाँड़ निवासी त्रिलोकी नामक ग्रामीण के खिलाफ नरसिंह राठिया द्वारा धरमजयगढ़ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की बात कही जा रही है। बकरी मालिक नरसिंह के अनुसार संबंधित चरवाहे से शुरुवाती दौर में बात हुई थी की जितनी भी बकरियों की तादाद बढ़ेगी उसमे से आधे का हिस्सेदारी होगा लेकिन कुछ साल बीत जाने के बाद नरसिंह द्वारा गांव जाकर जायजा लिया गया तो पता चला 3 साल बाद 35 बकरियों की जगह 19 बकरियां नजर आईं जिसे जान बकरी मालिक नरसिंह मानसिक रूप से सदमे में आ गया। उसके बाद आगे की जांच पड़ताल में जुट गया नरसिंह का कहना है संबंधित चरवाहे द्वारा बकरियों को बेच कर धोखा किया गया है। जिसे लेकर चरवाहे के खिलाफ थाने में शिकायत की जा रही है।अब देखने वाली बात होगी कि धरमजयगढ़ पुलिस अमानत में खयानत मामले में आगे क्या कार्यवाई करती है?