रतनपुर-जोहार छत्तीसगढ़।
सड़क में वाहन से जहां प्रतिदिन लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे है वहीं शासन की खामियाजा को आम जनता भोग रही है। आप जानकर हैरानी होगी कि बिलासपुर छोटे नहर यानी खूंटाघाट बांध के दांयी तट नहर से पक्की सड़क बिलासपुर मोपका तक बनाई गई है।.इसी सड़क के ठीक बीचोंबीच कई विशाल हरे-भरे वृक्ष खड़े हैं तो कई पेड़ सूखे भी हैं इसी सड़कों से खूंटाघाट, ओछिनापारा, नवापारा, भरवीडीह, कोलिहाभांठा, सिंघरी, पौंसरा, जलसो आदि गांवों के लोग प्रतिदिन दैनिक कार्यों को लेकर आना-जाना करते हैं और बीच सड़क में खड़े पेड़ों से वे दुर्घटना के शिकार हो जाते कई लोगों हाथ पैर टूटना तो के आम बात हो गई है कई लोगों को तो जान से भी हाथ धोना पड़ा। यह नवापारा के समीप लगभग 3 साल पहले लखाराम स्टेट बैंक के मैनेजर की मौत भी इसी पेड़ में टकराने से हुई थी वहीं प्रतिवर्ष कोई न कोई दिव्यांग भी इसी पेड़ की वज़ह से हो रहे हैं लेकिन प्रशासन मौन है न ही जल संसाधन विभाग बिलासपुर और न ही वन विभाग ही इस पर कोई कार्यवाही कर रही है उस पेड़ को कटवाने के लिए ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से कई शिकायत किए गए हैं लेकिन इसका कोई हल अभी तक नही निकला है ग्रामीणों का कहना है कि जल्द से जल्द या पेड़ बीच सड़क से हटवा दें नहीं तो और कई को जान से हाथ धोना पड़ेगा अब देखना यह होगा कि प्रशासन कब गिरी नींद से जागे वहां लगे पेड़ों कब काटा जाएगा जिससे ग्रामीणों की जान पर जाना आए।