धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़।
शासकीय कार्यक्रमों में भी जमकर राजनीति होने लगी है। राज्य व केंद्र में अलग-अलग पार्टी की सरकार होने से और ज्यादा राजनीति हो रही है। और इसमें कांगे्रस बहुत आगे दिखाई देती है। जो दबाब डालकर अधिकारियों को मजबूर कर देते हैं। यह बात आज धरमजयगढ़ सांस्कृतिक भवन लोकार्पण शिलालेख में स्पष्ट दिखाई दे रहा है। धरमजयगढ़ नीचेपारा में निर्मित सांस्कृतिक भवन का आज लोकार्पण कार्यक्रम रखा गया है। इस लोकार्पण कार्यक्रम में किसी भी प्रकार का प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया है। क्षेत्रिय सांसद को मुख्य अतिथि नहीं बनाने से नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं न इसका विरोध किया है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने अधिकारियों पर आरोप लागये हैं कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के दबाव में आकर प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है। प्रोटोकॉल के हिसाब से क्षेत्रिय सांसद को मुख्य अतिथि बनाना था लेकिन अधिकारी दबाव में आकर क्षेत्रिय सांसद को विशिष्ट अतिथि बनाया गया है। जिसके लिए शिलालेख में क्षेत्रीय सांसद गोमती साय को विशिष्ट अतिथि लिखा गया है। लेकिन उन्हें इस कार्यक्रम की न तो सूचना दी गई है और न ही आमंत्रित किया गया है। वहीं अन्य लोगों का नाम भी प्रोटोकॉल के तहत नहीं लिखा गया है। वार्ड क्रमांक 12 व 11 के पार्षदों के नाम के बाद 1 से शुरुआत की गई है। जिसमें स्पष्ट राजनीति झलक रही है। नगर पंचायत में कांग्रेस व राज्य में कांग्रेस की सरकार होने के कारण अधिकारी भी इनके गुलाम हो गए हैं। जो प्रोटोकॉल से हटकर काम कर रहे हैं। भाजपा मण्डल अध्यक्ष गोकुल नारायण यादव ने बताया कि शिलालेख में सांसद गोमती साय का नाम लिखकर उनको आमंत्रित नहीं करना साफ घटिया राजनीति झलक रहा है।
अधिकारियों को फिर से एबीसीडी पढऩा पड़ेगा-सांसद गोमती साय
लोकार्पण कार्यक्रम में अधिकारियों द्वारा प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने के संबंध में क्षेत्रिय सांसद गोमती साय से पूछने पर सांसद गोमती साय ने कड़ी नारागी जाहिर करते हुए बताये कि अधिकारियों को एकबार फिर से एबीसीडी पढऩा पड़ेगा तब जकार प्रोटोकॉल क्या होता है पता चलेगा। कांग्रेस प्रदेश में जितने भी लोकार्पण कर रहे हैं सभी भाजपा शासन काल का है इसलिए शिलालेख में नाम लिखने के बाद आंमत्रित नहीं कर रहे हैं।