कोरबा | कोरबा जिले के एसईसीएल दीपका के अर्जित ग्राम मलगांव एवं एसईसीएल गेवरा के अर्जित ग्राम नराईबोध में जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे परिसम्पत्ति मूल्यांकन का कार्य प्रभावितों के भारी विरोध व हंगामे की भेंट चढ़ गया। लंबित मुआवजा रोजगार, बसाहट में सुविधाओं का अभाव, सुरक्षा मानकों की अनदेखी, हैवी ब्लास्टिंग सहित स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने एसईसीएल द्वारा की जा रही उपेक्षा से आक्रोशित प्रभावितों के विरोध के चलते मूल्यांकन कार्य किए बगैर राजस्व अमले को बैरंग लौटना पड़ा।
कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के निर्देश पर आम जनों की समस्याओं का समाधान करने एसईसीएल दीपका द्वारा अर्जित ग्राम मलगांव एवं एसईसीएल गेवरा द्वारा अर्जित ग्राम नरईबोध में परिसम्पत्ति मूल्यांकन हेतु एसडीएम कटघोरा द्वारा नायब तहसीलदार दीपका शशिभूषण सोनी की अध्यक्षता में टीम गठित की गई है। शुक्रवार को टीम परिसंपत्ति मूल्यांकन के लिए अर्जित ग्रामों में पहुंची। लेकिन मौके पर पहुंचे प्रभावितों ने लंबित मुआवजा रोजगार, बसाहट में सुविधाओं का अभाव, सुरक्षा मानकों की अनदेखी, हैवी ब्लास्टिंग सहित स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने एसईसीएल द्वारा की जा रही उपेक्षा को लेकर विरोध जताया। ग्रामीणों ने उक्त समस्याओं मांगों के त्वरित निराकरण की मांग की। जिसके चलते मूल्यांकन कार्य किए बगैर राजस्व अमले को बैरंग लौटना पड़ा।