भोपाल । प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा ने पुलिसकर्मियों के परिजनों को मुआवजा दिए जाने से भागने पर प्रदेश की शिवराज सरकार पर जमकर निशाना साधा। श्री वर्मा ने कहा कि दोगली नीति है शिवराज की और दोगला व्यवहार, उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज ने कोरोना काल में प्रदेश के पुलिसकर्मियों को फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स का दर्जा सिर्फ कागजों में दिया, प्रदेशवासियों की सेवा करते हुए दिवंगत हुए पुलिसकर्मियों के परिजनों को मुआवजा देने की जब बारी आई तो शिवराज मात्र 7 पुलिसकर्मियों को मुआवजा दे रहे हैं, जबकि पूरे प्रदेश में लगभग 152 पुलिसकर्मियों की कोरोना ड्यूटी करने के दौरान मृत्यु हुई| श्री वर्मा ने कहा कि प्रदेश के किसी भी विभाग के कर्मचारी शिवराज से खुश नहीं है| शिवराज बड़े-बड़े लुभावनी भाषण देते हैं लेकिन जमीन पर कोई काम नहीं करते|
श्री वर्मा ने प्रदेश के डीजीपी को भी अपने संदेश के माध्यम से कहा कि आप पुलिस के मुखिया हैं, पुलिसकर्मियों की पैरवी करें। कोरोना से दिवंगत हुए पुलिसकर्मियों के परिजनों को 50 लाख रुपए का मुआवजा सरकार से दिलाने के लिए उनकी पैरवी करें। श्री वर्मा ने कहा कि प्रदेश के कई सरकारी विभागों के कर्मचारी जिसमें शिक्षा विभाग के भी अनेकों शिक्षक रहे, जिनकी कोरोना ड्यूटी करने के दौरान मृत्यु हुई, लेकिन शिवराज ने कभी उन कर्मचारियों को लेकर कोई जमीनी काम नहीं किया सिर्फ फर्जी घोषणाएं कर मीडिया में सुर्खियां बटोरते रहे। उन्होंने मांग की कि सरकार सभी पुलिसकर्मियों को समान रूप से मुआवजा प्रदान करें और साथ ही अन्य विभागों में जो कर्मचारी कोरोना ड्यूटी करने के दौरान दिवंगत हुए उनके परिवारों की भी सुध लें।