जोहार छत्तीसगढ़-रतनपुर।
भारतीय स्टेट बैंक की रतनपुर स्थित शाखा की लचर और चरमराई हुई व्यवस्था से खाताधारकों और ग्राहकों की परेशानी बढ़ती जा रही है। शाखा प्रबंधक के प्रमोशन हो कर अन्य शाखा में ट्रांसफ र हो जाने के कारण पिछले लगभग 15 दिन से कोई शाखा प्रबंधक इस शाखा में नही है। वही पिछले उप शाखा प्रबंधक 31 जनवरी को इस ब्रांच से रिटायर्ड हुए तब से लेकर अब तक कोई उप शाखा प्रबंधक भी इस ब्रांच में नहीं आया है। आलम यह है कि महज खाते की शेष राशि जानने और पासबुक प्रिंट करवाने तक के लिए ग्राहकों को भटकना पड़ रहा है। हालांकि नव नियुक्त अनुभवहीन दो कर्मचारियों की नियुक्ति यहां की गई है परंतु अनुभव की कमी के कारण वे भी ग्राहकों के बहुत से काम को कर पाने में सक्षम नहीं है। उल्टे उनके कार्य शैली और ग्राहकों से बात करने के ढंग से और परेशानी बढ़ रही है। नव नियुक्त कर्मचारियों द्वारा कई ग्राहकों से अमर्यादित और असंयमित तरीके से बात की जाती है जिसकी पूर्व शाखा प्रबंधक को मौखिक रूप से कई ग्राहकों ने शिकायत भी की थी। वही बड़े व्यपारी ग्राहक भी इस लचर व्यवस्था से काफ ी परेशान है उनका कहना है समय में आरटीसीजी एनईएफटी चेक क्लियरेंस जैसे महत्वपूर्ण काम भी सही समय और सही तरीके से नही हो रहे है जिससे उन्हें काफ ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान कैशियर की पूर्व भी कई शिकायत हो चुकी है फि र भी कैशियर अपनी आदत में सुधार नही लाते महज 350 रुपयों की समाजिक सुरक्षा पेंशन लेने आने वाले गरीब ग्रामीणों को उनके द्वारा बहुत घुमाया जाता है।केवल 4 कर्मचारियों से अभी रतनपुर शाखा संचालित हो रही है जिसमे से 2 नए नियुक्त हैं जिन्हें बैंकिग का तजुर्बा भी नही है न ही बात करने का ढंग पता है। इसलिए ग्राहकों की परेशानिया बढ़ती जा रही है और ग्राहक स्टेट बैंक की लचर व्यवस्थाओं से त्रस्त होकर किसी अन्य बैंक की तलाश करते नजऱ आ रहे है जंहा उन्हें अच्छी बैंकिग सेवाएं प्राप्त हो सके।