भोपाल । राजधानी भोपाल में एक बार फिर अवैध गुमटियों का मामला गूंजा है। इस बार पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इस मुद्दे को उठाया है। उन्होंने कमिश्नर से मुलाकात की और इसकी शिकायत करते हुए नगर निगम पर गुमटी माफियाओं को संरक्षण देने का बड़ा आरोप लगाया। राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने माता मंदिर स्थित पहुंचकर नगर निगम कमिश्नर से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने गुमटी माफियाओं को लेकर शिकायत भी की। उन्होंने नगर निगम पर गुमटी माफियाओं को संरक्षण देना का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि दादा लोग घर बैठकर गुमटियों का धंधा कर रहे हैं और पात्र लोगों की गुमटियों का किराया देना पड़ रहा है। हमें दुख है कोरोना काल में बहुत सारे लोग बेरोजगार हो गए हैं। गुमटियों को लेकर जिस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन होता है वो बंद है। जो हॉकर्स कॉर्नर बन गए हैं उसकी लॉटरी होना चाहिए।
राहुल गांधी के श्वेत पत्र पर कही ये बात
वहीं, राहुल गांधी के श्वेत पत्र जारी करने पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि कोविड के मामले में जितना अध्ययन राहुल गांधी ने किया है उतना स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भी नहीं किया होगा। मोदी जी अगर राहुल गांधी की बात फरवरी में मान लेते तो इतनी मौतें नहीं होती। पीएम मोदी ने कहा था जो कोविड से खत्म होगा उसे सरकार 4 लाख देगी लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के सामने बोल रहे हैं कि पैसा नहीं है। प्रधानमंत्री का महल बन रहा है। उपराष्ट्रपति का महल बन रहा है। हजारों करोड़ रुपए लागए जा रहे हैं। उसमे से काट कर जिन लोगों की मौत कोरोना से हुई है, उनके परिजन को पैसा देना चाहिए।
अपनी कमियों पर श्वेत जारी करें
वहीं, कुछ देर पहले खबर सामने आई थी कि कोविड 19 पर राहुल गांधी के जारी किये गए कांग्रेस श्वेत पत्र को भाजपा ने कोरा कागज बताया। भाजपा का कहना है उन्हें श्वेत पत्र लाने का कोई अधिकार नहीं है। कोरोना के समय मध्य प्रदेश से लेकर दिल्ली तक के कांग्रेस के बड़े नेता गायब थे। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने राहुल गांधी के श्वेत पत्र जारी करने पर कहा जो कहीं नजर नहीं आये वह श्वेत जारी कर रहे हैं। उन्हें ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है। वह खुद कोरे कागज हैं। वह खुद श्वेत पत्र हैं। वह अपनी कमियों पर श्वेत जारी करें।