भोपाल । प्रदेश के निजी स्कूल संचालकों द्वारा कोरोना संकट काल में भी पूरी फीस वसूलने के कारण अनेक विद्यार्थी सरकारी स्कूलों में दाखिला लेना चाहते हैं, लेकिन निजी स्कूलों द्वारा स्थानांतरण प्रमाणपत्र (टीसी) नहीं देने के कारण परेशानी हो रही है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया 15 जून से शुरू कर दी गई है। उत्कृष्ट विद्यालय व मॉडल स्कूल के कक्षा नौवीं में प्रवेश के लिए भी अनेक विद्यार्थियों को अपने स्कूल से टीसी नहीं मिली है। इससे वे दाखिला आवेदन की प्रक्रिया को पूरी नहीं कर पा रहे हैं। इन स्कूलों में प्रवेश लेने के लिए आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने प्रवेश परीक्षा दी थी और मेरिट में भी आए हैं। अब अगर इन विद्यार्थियों को निजी स्कूलों से टीसी नहीं मिली तो उपरोक्त दोनों स्कूल में वे पढ़ने से वंचित रह जाएंगे। राजधानी के अन्य सरकारी स्कूलों में भी एडमिशन प्रक्रिया के दौरान विद्यार्थियों के बीच ऐसी समस्या सामने आ रही है। बता दें, कि सरकारी स्कूलों में 30 जून तक दाखिला होना है, ऐसे में बिना टीसी के सरकारी स्कूल प्रवेश नहीं दे रहे हैं। शिवाजी नगर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर की आठवीं पास छात्रा रेशमा पटेल ने उत्कृष्ट विद्यालय में कक्षा नौवीं में प्रवेश के लिए लिए परीक्षा पास कर ली है, लेकिन उसे स्कूल से टीसी नहीं मिल रही है।
इस कारण छात्रा परेशान है। वहीं मॉडल स्कूल में कक्षा नौवीं में एडमिशन के लिए पहुंचे छात्र अनिकेत शर्मा को भी अपने स्कूल से टीसी नहीं मिल रहा है। उसने बताया कि वह इस स्कूल से आठवीं कक्षा तक पढ़ाई की है, लेकिन पिछले साल के कुछ माह का फीस बकाया है तो प्राचार्य उसे टीसी नहीं दे रहे हैं। इस बारे में शिवाजी नगर के सरस्वती विद्या मंदिर के प्राचार्य शिवराज सिंह चौधरी का कहना है कि स्कूल के 50 फीसद से अधिक बच्चों की पिछले साल से फीस बकाया है। ऐसे में अगर बच्चे स्कूल छोड़ रहे हैं तो उन्हें बकाया फीस भरनी होगी। तभी टीसी मिलेगी। उधर उत्कृष्ट विद्यालय प्राचार्य सुधाकर पाराशर का कहना है कि इस साल निजी स्कूलों के बच्चे कक्षा नौवीं में एडमिशन के लिए अधिक आ रहे हैं, लेकिन उन्हें निजी स्कूलों से टीसी नहीं मिलने से उनका दाखिला नहीं हो पा रहा है। इस कारण वे परेशान हो रहे हैं।