धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़।
फर्जी तरीके से जमीन की रजिस्ट्री करने के मामले में फरार चल रहे बायसी पीएससी के आयुर्वेद डॉक्टर खुर्शीद खान के खिलाफ कलेक्टर भीम सिंह द्वारा एफआईआर करवाने के आदेश के बाद भी बीएमओ भगत ने आज दिनांक तक पुलिस थाना में एफआईआर दर्ज नहीं करवाया। आपको बता दे कि हमेशा से विवाद में रहने वाला फरार चल रहे डॉक्टर खुर्शीद खान अपने दो साथी को अस्पताल भेज कर एक एएनएम के साथ मिली भगत कर हाजरी रजिस्टर में अपना हस्ताक्षर करवा दिया ताकि खुर्शीद खान पर कार्यवाही न हो सके। सरकारी कागजातों के साथ आम आदमी द्वारा छेड़छाड़ करने की बात बीएमओ भगत ने भी स्वीकार करने के बात भी किसी प्रकार की कार्यवाही न करना ऐसा प्रतित होता है कि डॉक्टर बीएल भगत का भी इस फर्जी वाड़ा में भरपूर सहयोग है।
तभी तो कलेक्टर के मौखिक आदेश के बाद भी पुलिस थाना में एफआईआर करने के बजाये चूप्पी साध रखे हैं। आपको बता दे कि इस फर्जीवाड़ा में डॉक्टर खुर्शीद खान के साथ उनके दो भाई भी फरार चल रहे हैं लेकिन प्रशासन इन तीनों भाई पर खूब मेहरबान बन बैंठे हैं। तीनों भाई सरकारी कर्मचारी हैं और फरार चल रहे हैं लेकिन अभी तक इन लोगों पर किसी भी प्रकार की निलंबन की कार्यवाही नहीं हुआ है जबकि कोरोना काल चल रहे हैं। कोरोना टीकारण में प्रचार प्रसार के लिए पंचायत स्तर के कर्मचारियों को ड्यूटी लगाया गया है लेकिन कार्यरोपण अधिकारी नूरउल्लाखान फरार रहने के बाद भी जनपद पंचायत अधिकारी इतना मेहरबान है कि किसी प्रकार की कोई कार्यवाही अभी तक नहीं किया है। धोखाधड़ी में फरार चल रहे सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरमजयगढ़ में आंदोलन करने की तैयारी हो रही है। कलेक्टर के मौखिक आदेश के बाद भी बीएमओ भगत द्वारा एफआईआर नहीं करवाना लोगों के समझ से परे हैं।