भोपाल । प्रदेश में अनलॉक के साथ ही राजनीतिक गतिविधियां भी फ्री हो गई हैं। अभी तक वर्चुअल तरीके से हो रही बैठकों के बाद अब एक्चुअल बैठक करने में सियासी दल जुट गए हैं। 24 जून से कांग्रेस में भी बैठकों का दौर शुरू होगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने दिल्ली दौरे से लौटने के साथ ही 24 जून से संभागवार बैठक करने का मन बनाया है।
कांग्रेस पार्टी 58 जिला संगठन प्रभारियों की नियुक्ति के बाद अब उनके और जिला इकाइयों के बीच समन्वय बनाने के लिए बैठक करने की तैयारी में है। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि कमलनाथ के दिल्ली से लौटने के साथ ही बैठक होगी। ग्वालियर चंबल इलाके से बैठकों का दौर शुरू होगा। बैठकों का मकसद नवनियुक्त प्रभारियों और जिला इकाइयों के बीच समन्वय बनाने के साथ जिला स्तर पर पार्टी के संगठन को मजबूत करना है। संभागवार होने वाली बैठकों में प्रभारी के साथ जिला अध्यक्ष और विधायकों को शामिल किया जाएगा। 2023 के चुनाव से पहले होने वाली बैठकें कई मायनों में महत्वपूर्ण होंगी।
भाजपा ने कांग्रेस पर कसा तंज
इधर, कांग्रेस की बैठकों पर बीजेपी ने तंज कसा है। बीजेपी के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने कहा है कि कांग्रेस में समन्वय बनाने के लिए बैठकें करना बताता है कि कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं है। कांग्रेस के अंदर जमकर असंतोष है। एमपी कांग्रेस में सिर्फ एक चेहरा कमलनाथ ही हैं। वे ही पूरी कांग्रेस पार्टी हैं। ऐसे में असंतोष पनपना वाजिब है।
अजय सिंह ने जताई थी नाराजगी
दरअसल, हाल ही में पीसीसी ने 58 जिला संगठनों में प्रभारियों की नियुक्ति की है। प्रभारियों की नियुक्ति के बाद सबसे ज्यादा विवाद विंध्य इलाके को लेकर सामने आए हैं। पूर्व नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता अजय सिंह ने अपनी नाराजगी जताई थी। पार्टी के अंदर बढ़ रहे असंतोष को थामने के लिए अब कमलनाथ ने बैठकों का दौर शुरू करने की तैयारी की है।