कोरबा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरबा जिले को 103 करोड़ 70 लाख रूपए के 121 विकास कार्यों की महती सौगात दी। अपने निवास कार्यालय से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से श्री बघेल कोरबा शहर के टीपी नगर के राजीव आडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम से जुड़े। उन्होंने इस दौरान जिले में 67 करोड़ 43 लाख रूपए के 93 नए विकास कार्यों के लिए शिलान्यास किया और 36 करोड़ 27 लाख रूपए से अधिक के 28 कार्यों को जिलेवासियों को लोकार्पित किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल की मांग पर गोपालपुर से बरबसपुर सड़क बनाने, सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत की मांग पर दर्री बॅराज से गोपालपुर तक सड़क बनाने की स्वीकृति दी। श्री बघेल ने कटघोरा विधायक पुरूषोत्तम कंवर की मांग पर कोरबा में विद्युत मण्डल का भण्डार गृह स्थापित करने को भी अपनी मंजूरी दी। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि राज्य शासन की रीति-नीति और योजनाओं से ग्रामीण इलाकों तक समृद्धि और खुशहाली की नई बयार छा गई है।
उन्होंने कहा कि अभी कुछ साल पहले तक, किसान कर्जा मांगने के लिए साहूकार के दरवाजे पर खड़ा रहता था। सोसायटियों में किसान डिफाल्टर हो जाता था। हर साल खाद-बीज की चिंता रहती थी। लेकिन आज बड़ी-बड़ी फाइनेंस कंपनियां किसानों के दरवाजे पर खड़ी रहती हैं। कोई ट्रेक्टर देने के लिए तैयार है, कोई उसे नयी मोटर साइकिल बेचना चाहता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज बड़ी-बड़ी कंपनियों को मालूम है कि शहर से ज्यादा पैसा छत्तीसगढ़ के गांवों में आ रहा है। इसीलिए वे भी शहर से गांव की तरफ दौड़ रही हैं। अभी लाकडाउन के समय जब पूरे देश में मंदी थी, तब सबसे ज्यादा ट्रेक्टर और मोटर साइकिल छत्तीसगढ़ में ही बिक रही थी। कार्यक्रम में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीधे राजधानी से जिले के प्रभारी मंत्री और स्कूल शिक्षा मंत्री डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंहदेव, कृषि मंत्री रवीन्द्र चैबे, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया सहित अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू भी शामिल हुए।
कोरबा के राजीव आडिटोरियम में इस दौरान राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और कटघोरा विधायक पुरूषोत्तम कंवर, पाली-तानाखार के विधायक मोहित राम केरकेट्टा, रामपुर विधायक ननकी राम कंवर, महापौर राजकिशोर प्रसाद, जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती शिवकला कंवर, नगर निगम के सभापति श्याम सुंदर सोनी सहित कलेक्टर श्रीमती रानू साहू, पुलिस कप्तान अभिषेक मीणा, जिला पंचायत के सीईओ कुंदन कुमार, नगर निगम आयुक्त कुलदीप शर्मा, सहायक कलेक्टर अभिषेक शर्मा और अनेक जन प्रतिनिधि तथा गणमान्य नागरिक, शासकीय योजनाओं से लाभान्वित हितग्राही भी मौजूद रहे। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने जिले में पिछले ढाई वर्षों में हुए विकास कार्यों का प्रशासकीय प्रतिवेदन भी प्रस्तुत किया।
*राजीव गांधी किसान न्याय योजना से आया बदलाव
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ का किसान कर्ज के बारे में बात नहीं करता, बल्कि अपनी खेती और कैसे बढ़ाए, इस बारे में बात करता है। हर साल खेती का रकबा बढ़ रहा है। हर साल नये किसान भी बढ़ रहे हैं। यह बदलाव राजीव गांधी किसान न्याय योजना से आया है। उन्होंने कहा कि सिर्फ कोरबा जिले में पिछले साल 23 हजार किसानों को 67 करोड़ 62 लाख रुपए की आदान सहायता मिली थी। इस साल लगभग 30 हजार किसानों को 81 करोड़ 16 लाख रुपए की आदान सहायता दी जा रही है। खरीफ सीजन 2020-21 की पहली किस्त सभी के खातों में पहुंच भी गई है।
*इस बार बढ़ाया दायरा, किसानों के लिए आय का नया जरिया भी खोला
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बताया कि इस योजना के फायदे को देखते हुए अब इसका दायरा और बढ़ा दिया है। अब धान और गन्ने के साथ-साथ मक्का, कोदो, कुटकी, अरहर, सोयाबीन, दलहन, तिलहन को भी योजना के दायरे में शामिल कर लिया गया है। अब और भी ज्यादा किसानों को योजना का लाभ मिलेगा। उन्होंने यह भी बताया कि योजना में एक नया प्रावधान करके किसानों के लिए आय का नया जरिया खोला गया है। किसान ने पिछली बार जिस खेत में धान की फसल ली थी, इस साल यदि वह अन्य फसल लेता है, या वृक्षारोपण करता है, तो उसे धान पर मिलने वाली आदान सहायता से ज्यादा आदान सहायता दी जाएगी। वृक्षारोपण करने पर तीन साल तक 10 हजार रुपए प्रति एकड़ की आदान सहायता मिलेगी। भविष्य में अपने पेड़ काटने के लिए किसी से अनुमति लेने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।
*आज के बदलावों के पीछे नारी शक्ति
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बताया कि आज वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई का बलिदान दिवस है। इस अवसर पर उन्होंने महारानी लक्ष्मीबाई को नारी शक्ति का प्रतीक बताते हुए श्रद्धांजलि दी और कहा कि छत्तीसगढ़ में आज के बदलावों के पीछे नारी शक्ति का हाथ है। नारी ही लक्ष्मी है, नारी ही दुर्गा है, नारी ही सरस्वती और अन्नपूर्णा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि घर की रसोई में भोजन बनाने से लेकर, खेतों में धान रोपने और गौठानों में जैविक खाद बनाने के काम छत्तीसगढ़ की नारियां ही कर रही हैं। उन्होंने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि कोरबा में स्वसहायता समूहों की महिलाओं ने 32 हजार क्विंटल वर्मी खाद और 07 हजार क्विंटल सुपर कंपोस्ट का उत्पादन किया है। इस खाद का जिले के साढ़े 05 हजार किसान खेतों में फसलों के लिए उपयोग कर रहे हैं। जिसकी बदौलत खेत फिर उपजाऊ हो रहे हैं।
*खेत तो सुधर ही रहे, हजारों बहनों को रोजगार भी मिल रहा
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोधन न्याय योजना शुरु करके दो रुपया किलो में गोबर खरीदने का काम सबसे पहले छत्तीसगढ़ ने शुरु किया। इसी गोबर से गोठानों में हमारी बहनें जैविक खाद बनाती हैं। इससे किसानों की जमीनें तो सुधर ही रही है, हजारों बहनों को रोजगार भी मिल रहा है। सैकड़ों लोग गोबर बेचकर अच्छे पैसे कमा रहे हैं। जिन लोगों के पास जमीन, जानवर, कुछ भी नहीं है, वो भी गोबर बीनकर पैसे कमा लेते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा आज सिर्फ गोबर बेचकर लोग मोटर-साइकिल खरीद लेते हैं। उन्होंने बताया कि सूरजपुर जिले के कार्यक्रम के दौरान एक महिला ने अपनी रायपुर में मेडिकल की पढ़ाई कर रही बेटी की फीस का इंतजाम गोबर बेचकर कर लिया है।
*कोरोना की दूसरी-लहर अब लगभग शांत, लेकिन सावधान और सर्तक रहना जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी-लहर अब लगभग शांत हो गई है। संक्रमण-दर भी बहुत थोड़ी रह गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरबा के लोगों ने बहुत एकजुटता के साथ कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। शासन ने भी बहुत तेजी से सुविधाएं बढ़ाई। बिस्तर, दवाई, आक्सीजन, किसी चीज की कमी नहीं होने दी। ज्यादा-से-ज्यादा टेस्ट करके संक्रमितों का पता लगाया गया और उनके उपचार की व्यवस्था की गई।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बातों-बातों में चेताया कि कोरोना की दूसरी लहर के शांत होने की जीत का जश्न मनाने का यह समय नहीं है। यदि हम सावधान नहीं रहे तो तीसरी-लहर भी आ सकती है। उन्होंने कहा कि पहली और दूसरी-लहर से जो अनुभव मिला है, उसे देखते हुए विकासखंड से लेकर जिला तक हर सरकारी अस्पताल की व्यवस्था को हम चाक-चैबंद कर रहे हैं। हर अस्पताल में ऑपरेशन रूम, लेबर रूम, लैबोरेटरी, आईसीयू, वेन्टीलेटर, ब्लड बैंक और निःशुल्क दवा की सुविधा उपलब्ध रहेगी। शिशु-रोग, स्त्री-रोग, निश्चेतना, पैथॉलाजी, मेडिसीन और सर्जरी के पोस्ट ग्रेजुएट डाक्टर अस्पतालों में तैनात किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि इसके लिए 15 दिनों में सभी कलेक्टर्स को कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। श्री बघेल ने कहा कि हम सबको बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है, ताकि कोरोना की तीसरी लहर ना आए।