झाबुआ जिले के बामनिया नगर में दो दिन पहले घटित हुए सनसनीखेज हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली गई है। किन्तु इसके पर्दाफ़ाश होने के साथ ही पारिवारिक रिश्ते नाते, ममता, स्नेह और त्याग की लम्बी कहानी नेस्त नाबूद हो गई है। यह एक ऐसे घिनोने षड्यंत्र की शर्मसार करने वाली बीभत्स कहानी है, जिसकी भूमिका ओर फिर उसकी पटकथा दोनों ही उस बेटे ने लिखी थी, जिसको उसी माँ ने न केवल नौ माह अपने गर्भ में रखा था, बल्कि उसकी पर्वरिश कर उसे लायक बनाया था, जिसकी उसी बेटे ने षड्यंत्र रचकर उसे मौत के घाट उतरवा दिया था, ओर यही लायक बेटा नालायक के रूप में उस वक्त तब्दील हो गया जब उसने अपनी पत्नी और उसके भाई के साथ षड्यंत्र कर अपनी उसी माँ को मौत के घाट उतार दिया। झाबुआ पुलिस ने मात्र दो दिन में इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा कर तीनों षड्यंत्र कारियों को बेनकाब कर दिया है। झाबुआ पुलिस की यह त्वरित कार्यवाही निश्चित तौर पर प्रशंसा किये जाने योग्य एवम पुलिस महकमे के लिए अनुकरणीय कही जानी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि जिले के बामनिया नगर में रहने वाली नर्मदादेवी नामक महिला की अपने ही घर मे 8 जून की सुबह उस वक्त गोली मार दी गई थी, जब वह भोजन बना रही थी। जानकारी के अनुसार रिश्ते में उसके बेटे ने हीअपनी पत्नी और उसके भाई के साथ षड्यंत्र पूर्वक गोली मार कर उसे मोत के घाट उतरवा दिया था। घटना के तुरंत बाद महिला को उसका पति पेटलावद के सिविल अस्पताल ले कर गया था, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। ओर तब उस मृतका के पति के द्वारा इस घटना की रिपोर्ट पेटलावद के पुलिस थाने में की गई थी। इस हत्याकांड की तह में संपत्ति का विवाद ही मुख्य वजह बताई जा रही है। हत्या के आरोप में पुलिस ने हरिओम उर्फ हेमराज पिता नारायण केवट (25 वर्ष) निवासी भोई मोहल्ला, अमझेरा जिला धार, रवि उर्फ लल्लू, पिता चंदू कहार 21 वर्ष निवासी राम मंदिर मोहल्ला बामनिया ओर राखी पति रवि कहार निवासी अमझेरा, हाल मुकाम बामनिया को गिरफ़्तार कर तीनो के ख़िलाफ़ अपराध क्रमांक352/2021/ में भारतीय दंड विधान की धारा 302 के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर लिया गया है।
इस वारदात के सम्बन्ध में विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक झाबुआ आनंदसिंह वास्कले ने बताया की दिनांक 08.06.2021 को सुबह 8:30 बजे फरियादी चंदु की पत्नी नर्मदा पति चंदु कहार उम्र 45 वर्ष निवासी बामनिया अमरगढ़ रोड़ अपने घर के किचन में खाना बना रही थी तभी फरियादी को जोर से फटाखे जैसी आवाज दो बार सुनाई दी। आवाज को सुनकर फरियादी दोड़कर बाहर आया तो उसकी पत्नी नर्मदा घर के पीछे वाले दरवाजे के पास सिढ़ियो पर पड़ी थी और उसकी पीठ व बॉए तरफ कंधे पर खुन निकल रहा था। इतने में एक लड़का हाथ में 32 बोर पिस्टल लिए भागते हुए दिखाई दिया। फरियादी के द्वारा आरोपी को पिछे से देखने के कारण उसको पहचाना नहीं जा सका। आरोपी नाले से भागता हुआ दिखाई दिया, उसके बाद वह गायब हो गया। फरियादी अपनी घायल पत्नी नर्मदा को लेकर पेटलावद अस्पताल पंहुचा किन्तु उसको बचाया नहीं जा सका। जिस पर थाना पेटलावद में मर्ग कायमी उपरांत अपराध क्रं. 352/2021 धारा 302 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
अज्ञात बदमाश द्वारा गोलीबारी कर महिला की हत्या करने जैसी सनसनीखेज घटना को देखते हुए पुलिस अधीक्षक झाबुआ आशुतोष गुप्ता द्वारा संपूर्ण घटना के सन्दर्भ में त्वरित कार्यवाही हेतु निर्देश दिया गया। एफएसएल टीम फिंगर प्रिंट टीम एवं टेक्निकल टीम को घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण कर साक्ष्य एकत्रित करने हेतु भेजा गया। ओर घटनास्थल के आसपास के लोगों से पूछताछ करने व घटनास्थल की ओर आने वाले सभी मार्गो को चेक कर सीसीटीव फुटेज खंगाली गई और जब सभी टीमों द्वारा इस घटना की हर पहलु से जांच पड़ताल की जा रही थी तो यह पता चला कि यह घटना लूट के उद्धेश्य से नहीं की गई है ओर यह पारिवारिक विवाद का मामला है। जानकारी के अनुसार मृतिका नर्मदा की भुआ की लड़की राखी से मृतिका के बड़े बेटे रवि उर्फ लल्ला पिता चंदु कहार ने शादी कर ली, जिस कारण मृतिका नर्मदा द्वारा बड़े बेटे रवि व राखी को घर में नहीं आने देती थी व रवि द्वारा रूपये-पैसे मांगने पर नहीं देती थी। उसकी माँ नर्मदा मकान में हिस्सा नहीं दे रही थी व 8-10 दिन पहले भी उसकी माँ से इस बात को लेकर झगड़ा हुआ था। साथ ही यह भी मालूम हुआ कि मृतिका नर्मदा कुछ दिन पहले बाजार में घुम रहीं थी तब बहु राखी वहां पर मिली थी, तब उसने मृतिका को जान से मारने की धमकी दी थी। मृतिका नर्मदा के अंतिम संस्कार में भी बड़ा बेटा रवि व पत्नी राखी नहीं आई। तभी पुलिस की शक की सुई एक ही तरफ जाकर गई। जिस पर पुलिस टीम द्वारा पिथमपुर में दबिश देकर मृतिका के बेट रवि व बहु राखी को पकड़ा। पुछताछ करने पर बताया कि रवि और राखी ने जमीन-जायदात में हिस्सा नहीं देने की बात को लेकर उसके साले हेमराज को बताया तो हेमराज, रवि व राखी ने मिलकर नर्मदा की हत्या करने की योजना बनाई, साथ ही साथ पुलिस को एक ओर अहम जानकारी प्राप्त हुई कि रवि के साले हेमराज का एक व्हाट्सएप स्टेटस भी प्राप्त हुआ जिसमें लिखा था कि “अब होगा मौत का तांडव” जो कि हत्या करने के कुछ ही समय पहले डाला गया था। तब हर तरीके से यह जानकारी पुख्ता हो गई कि बेटे, बहु और हेमराज के साथ मिलकर इस सनसनीखेज घटना को अंजाम दिया गया। जानकारी पुख्ता होने पर पुलिस टीम द्वारा हेमराज के घर ग्राम अमझेरा जिला धार पर दबिश दी गई तो वह वहां नहीं मिला। पुछताछ करने पर जानकारी प्राप्त हुई कि हैमराज दिनांक 08.06.2021 की सुबह से ही घर से कहीं निकला था। पुलिस द्वारा हेमराज को पकड़ने हेतु धार, दाहोद (गुजरात), गोदरा (गुजरात) में दबिश दी गई। परन्तु वह वहां भी नहीं मिला। विश्वसनीय मुखबीर द्वारा सुचना मिली कि हेमराज ग्राम अमझेरा तरफ तालाब के किनारे छिपा हुआ है, उक्त सुचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस टीम द्वारा दबिश देकर घेराबंदी कर बड़ी ही सुझबुझ से हेमराज को पकड़ने में सफलता प्राप्त की। थाना लाकर सख्ती से पुछताछ करने पर हेमराज द्वारा सारा राज उगल दिया। उसने बताया कि वह अपनी TVS मोटर सायकिल क्रं. MP-09 NK-3603 से दिनांक 08.06.2021 की सुबह तारखेड़ी-पेटलावद होते हुए बामनिया आया व मृतिका नर्मदा के घर के बाहर पहुंचा तो घर का शटर लगा हुआ था। फिर बामनिया रेल्वे ब्रीज की तरफ जाकर अपनी मोटर सायकिल ब्रीज के निचे खड़ी की व फिर से मृतिका नर्मदा के घर, पिछे वाली गली से गया, जहां पर घर का पिछे वाला दरवाजा खुला था। घर में घुसा तो नर्मदा किचन में खाना बना रही थी तभी हेमराज को देखते ही मृतिका नर्मदा बाहर कि ओर भागने लगी। हेमराज जो कि पहले से ही उसको मौत के घाट उतारने की योजना बनाकर आया हुआ था। उसने फायर किया तो उसकी पीठ पर गोली लग गई। जब मृतिका बाहर गिर गई तब सामने से खड़े होकर पास से कंधे पर गोली मारी। नाले के पास से होकर वहां से भागकर आरोपी हेमराज ने ब्रीज के निचे रखी अपनी मोटर सायकिल उठाकर रेल्वे ट्रेक के कच्चे रास्ते से होते हुए खवासा तरफ से दाहोद भाग गया। वहा से दिनांक 09.06.2021 को पिटोल-फुलमाल-झाबुआ होते हुए राजगढ़ पहुंचा। वहां से ग्राम भोपावर होते हुए ग्राम अमझेरा तालाब किनारे गया। दिनांक 10.06.2021 को पुलिस द्वारा आरोपी हेमराज को पकड़ने में सफलता प्राप्त की। आरोपी हेमराज द्वारा जिस हथियार का उपयोग हत्या करने पर किया गया, उसे उसकी निशादेही पर उसके घर से जप्त किया गया। हेमराज द्वारा हत्या करने के बाद रवि को फोन पर बताया कि तुम्हारा काम कर दिया है।