भोपाल । उच्च माध्यमिक एवं माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के कुछ चयनित अभ्यर्थियों ने दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया में उन्हें अमान्य घोषित करने का आरोप लगाया है। उच्च माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में जीव विज्ञान विषय के अंतर्गत प्रावधिक चयन सूची में जितने चयनित अभ्यर्थी हैं। इनमें कुछ अभ्यर्थियों का स्नातकोत्तर का विषय माइक्रोबायोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री आदि है, जिसे विभाग दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया में अमान्य निर्धारित कर रहा है एवं केवल वनस्पति शास्त्र और जंतु विज्ञान के अभ्यर्थियों को योग्य, निर्धारित कर रहा है। अभ्यर्थियों का कहना है कि मध्यप्रदेश उच्च शिक्षा विभाग इन विषयों के अभ्यर्थियों को महाविद्यालय में अध्यापन कार्य के लिए योग्य मानता है, लेकिन स्कूलों में उच्च माध्यमिक शिक्षण के अमान्य किया जा रहा है। हमारे पास पूरी योग्यता है, फिर भी हमारे साथ अन्याय किया जा रहा है। मालूम हो कि शिक्षक पात्रता परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया सोमवार से फिर से शुरू हुई। राजधानी भोपाल में जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) कार्यालय में उच्च माध्यमिक शिक्षक के लिए 44 अभ्यर्थियों को शामिल होना था, जिसमें से 30 शामिल हुए। इनमें एक अभ्यर्थी को होल्ड पर रखा गया। अभ्यर्थी के दस्तावेज सत्यापन में जन्मतिथि अलग-अलग दर्ज पाई गई, इस कारण उसे होल्ड पर रखा गया है। वहीं 29 अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन का कार्य पूरा हो गया है। वहीं माइक्रोबायोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी, बायोकेमेस्ट्री आदि विषय के कुछ अभ्यर्थियों ने दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया में उन्हें अमान्य घोषित करने का आरोप लगाया है। इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी, भोपाल नितिन सक्सेना का कहना है कि कोर विषय के रूप में जूलॉजी व बॉटनी को ही शामिल किया गया है, इस कारण इन्हें अमान्य किया गया है।