जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़। भारतीय किसान की तरह जिले के किसान मानसून पर आधारित हैं।जिस वर्ष मानसून सामान्य फसल ठीक ठाक मानसून की कमी फसल नुकसान।हमारे यहाँ हिंदमहासागर व बंगाल की खाड़ी से उठे मानसून से बारिश होता है।हिंदमहासागर से उठे मानसून केरल में सक्रिय हो गया है।यहां पहुंचते पहुंचते यदि ब्रेक न हो तो 12 दिन के भीतर पहुंच जायगा।और बंगाल की खाड़ी से उठे मानसून जुलाई में आता है जो लंबे समय तक सक्रिय रहता है।छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों के हित में शून्य प्रतिशत ब्याज पर रासायनिक उर्वरक व नगद राशि प्रदान किया जाता है।किसान अपनी उपज बेचने के समय उक्त राशि काट लिया जाता है।ब्याज की राशि सरकार वहन करता है।लगभग प्रति एकड़ नगद के लिए 6 हजार और खाद के लिए 4 हजार रुपए देता है।आदिम जाति सेवा सहकारी समिति में कुल 16 सौ किसान पंजीकृत हैं।जिसमें 11सौ किसान लेनदेन करते हैं।10 जून से समिति के माध्यम से किसानों को उर्वरक आबंटन करने की तैयारी चल रहा है।किसान भाई जो लेनदेन करते हैं पट्टा की फोटोकॉपी, खसरा बी-1, आधार कार्ड,अपेक्स बैंक का पासबुक की फोटोकापी की तैयारी कर लें।एवँ जो किसान नई लेनदेन करेगा या पहले डिफॉल्टर हो चुके हैं वो भी अपना पासपोर्ट साइज दो फ़ोटो,बैंक का नो ड्यूज, पट्टा की फोटोकॉपी तथा संयुक्त खातेदार है तो 50 रुपये की स्टाम्प में सहमति पत्र,एफिडेविट करके तैयारी कर लें।जिससे खाद लेते समय लेटलतीफी व परेशानी न हो।