भोपाल । प्रदेश भर में जूनियर डॉक्टर (जूडॉ) फिर आज से हड़ताल पर जा रहे हैं। जूनियर डॉक्टर महीने भर के भीतर में दूसरी बार हडताल पर जा रहे हैं। जूडॉ मानदेय बढ़ाने समेत अन्य छह मांगें कर रहे हैं। जूनियर डॉक्टरों के हडताल पर चले जाने से कोरोना वायरस के मरीजों के अलावा अन्य मरीजों की परेशानी बढ जाएगी। जूडॉ के आंदोलन से म्यूकरमाइकोसिस व अन्य मरीजों के इलाज में सोमवार को मुश्किल आएगी। जूडा ने कहा है कि मांगें नहीं मानी तो मंगलवार से कोविड ड्यूटी का काम भी बंद कर देंगे। बता दें कि इसी महीने छह मई से दो दिन के लिए जूडा ने आंदोलन किया था। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के आश्वासन के बाद जूडा ने हड़ताल खत्म कर दी थी। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा और सागर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर हैं, इसलिए यहां पर असर पड़ेगा।सेंट्रल जूडा के प्रेसिडेंट डॉ. अरविंद मीणा ने कहा कि मरीजों के हित में वह हड़ताल नहीं करना चाहते, लेकिन मानदेय बढ़ोतरी समेत अन्य मांगें पूरी करने के संबंध में जल्दी आदेश जारी होना चाहिए। उनका कहना है मुख्यमंत्री को मध्यस्थता करनी चाहिए। जूडॉ की प्रमुख मांगों में जूडा का अभी मानदेय प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष का क्रमश: 55 हजार, 57 हजार और 59 हजार है। इसमें 24 फीसद बढ़ोतरी की मांग जूडा कर रहा है। इसके अलावा हर साल इसमें छह फीसद इंक्रीमेंट की मांग कर रहे हैं। कोरोना की ड्यूटी को अनिर्वाय ग्रामीण सेवा बांड के तहत ड्यूटी करने की भी वह मांग कर रहे हैं। आयुक्त चिकित्सा शिक्षा निशांत वरवड़े और अन्य अधिकारियों ने जीएमसी जाकर जूडा से बात की, लेकिन जूडा आर्डर के लिए अड़ा है। इस बारे में प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विश्वास सारंग का कहना है कि चिकित्सा शिक्षा आयुक्त और अन्य अधिकरियों ने जूडा से बात की है। उनके मांगें तो मान ली गई हैं। कोराना काल में उन्हें हड़ताल पर नहीं जाना चाहिए।