इन्दौर । सब्जी मंडी बंद करवाने के प्रशासन के फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट में मामला पहुंच चुका है। इस बीच राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ने जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि दो दिन में यदि इन्दौर में थोक मंडी नहीं खोली, तो सैकड़ों किसान शुक्रवार को सब्जियों से भरे ट्रैक्टरों के साथ शहर में प्रवेश करेंगे और शहर के चौराहों पर दुकान लागाकर सब्जी बेचेंगे। इस मामले में महासंघ ने बुधवार को किसानों की एक बैठक भी आहुत की है।
जिला प्रशासन द्वारा सब्जी मंडी अचानक बंद किये जाने से किसान प्रताड़ित और शोषित हो रहा है। अपने खून-पसीने व मेहनत से पैदान की गई सब्जी नष्ट करने व गड्ढा खोदकर ज़मीन में गाड़ने पर मजबूत हो रहा है। सोमवार को हाईकोर्ट के किराना व सब्जी बाजार खोलने आदेश संबंधी ख़बरें आने के बाद मंगलवार सुबह भी किसान चोइथराम सब्जी मंडी पहुंचे थे, लेकिन मंडी में तैनात निगम और प्रशासन के अमले ने सब्जी से लदे ट्रैक्टरों की भी हवा तक निकाल दी। इसके बाद किसान नाराज़ हो गये।
किसान मजदूर संघ के जिला अध्यक्ष राजकुमार पाटीदार और प्रवक्ता आशीष भैरम का कहना है कि हाई कोर्ट आदेश दे चुका है कि मंडी खोली जाए। प्रशासन फिर भी मनमानी पर अड़ा हुआ है। आलू और प्याज को किसान बाद में बेच सकता है लेकिन मंडी में नहीं आने के कारण खेतों में लगी सब्जियां खराब हो रही है। कुछ व्यापारी गांव जाकर कौड़ियों के मोल किसानों से सब्जियां खरीद रहे हैं।
राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के प्रवक्ता आशीष भैरम ने कहा कि यदि इन्दौर कलेक्टर मनीष सिंह ने दो दिन के अंदर सब्जी मंडी चालू नहीं की, तो संगठन के जिला अध्यक्ष राज कुमार पाटीदार के नेतृत्व में सैकड़ों किसान अपने-अपने ट्रैक्टर में सब्जी लेकर शहर के हर चौराहों पर सब्जी की दुकान लगाएंगे। इन्दौर में जिला प्रशासन की मनमानी को नहीं चलने दिया जाएगा। लॉकडाउन के नाम पर किसानों का शोषण किया जा रहा है। महीनों की मेहनत पैदा हुई फल सब्जी बर्बाद हो रही है। किसान आर्थिक रूप से टूट चुका है। किसान सब्जी लेकर मंडी तक पहुंच रहे हैं, पुलिस उन्हें जबरिया वापस पहुंचा रही हैं। वाहनों की हवा तक निकाली जा रही है। राजकुमार पाटीदार ने कहा कि डॉक्टर कोविड-19 के मरीजों को हरी सब्जी और फल खाने की सलाह दे रहे हैं उसके बाद भी जिला प्रशासन ने फल व सब्जी मंडियॉं बंद कर रखी है।
उन्होंने कहा कि किसानों के सामने बोवनी और खेत भरने की तैयारी चल रही है और सभी आर्थिक तंगी से जूझ रहे है, ऐसे में कुछ किसानों की फल-सब्जियॉं तैयार है, लेकिन इन्दौर मंडी बंद होने से उनके सामने विकट परिस्थिति बन गयी है। महासंघ ने जिला प्रशासन से कहा है कि चोइथराम मंडी में काफी जगह है। मंडी प्रशासन द्वारा पहले 4 शेड्स में फल व सब्जियों की बिक्री करवाई जा रही थी, आढ़तियों के माध्यम से उसी सिस्टम को और भी शेड्स, जो खाली पड़े है, उनमें फैला दिया जाये और उनके बीच 50-50 फीट की दूरी बनाकर माल उतरवाए और बिक्री करवाने की व्यवस्था तुरंत चालू करें और जो भी किसान अपने खेत से माल ‘कोरोना गाईड लाईन’ का पालन कर चलित ट्रैक्टर के माध्यम से विक्रय करना चाहे उसे विक्रय करने की अनुमति दी जाए।