भोपाल । कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण ही एकमात्र उम्मीद के रूप में दिख रहा है लेकिन यह तमाम उम्मीदों को फीका करता नजर आ रहा है। टीके की उपलब्धता व नियमों में बदलाव आने के कारण 18 साल के युवा से लेकर 60 साल के बुजुर्गों तक को परेशान होना पड़ रहा है। 18 प्लस वाले युवा टीके के लिए आनलाइन पंजीयन न होने से परेशान हैं तो वहीं पंजीयन की वेबसाइट के हैक होने और स्लाट जल्द फुल होने से युवा खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। हालत यह है कि शहरों में टीके का पंजीयन नहीं होने पर कई युवा गांवों में स्लाट मिलने पर टीका लगवाने के लिए जा रहे हैं।
कोविशील्ड के लिए नियमों में बदलाव से खासकर बुजुर्ग परेशान हैं। पहले दूसरी डोज में 28 दिन का अंतर था, फिर छह से आठ सप्ताह और अब करीब 84 दिन का अंतर किया गया।
अब अनुदान प्रोत्साहन का सहारा
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच अधिकतम वैक्सिनेशन पर जोर दे रही सरकार के समक्ष इसको लेकर बना भ्रम चुनौती बन रहा है। कुछ जिलों में इसके लिए प्रोत्साहन योजनाएं शुरू करने की तैयारी की गई है। कटनी कलेक्टर ने तो इसको लेकर 5 लाख और दस लाख तक की अनुदान प्रोत्साहन तैयार की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अब टीकाकरण का टारगेट पूरा कराने के लिए ग्रामीणों को ही जिम्मेदारी सौंपने का फैसला किया है। ऐसी होगी प्रोत्साहन अनुदान योजना वैक्सिनेशन को लेकर बनी भ्रम की स्थिति दूर करने और लोगों को इसके लिए आगे लाने कटनी कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने पंचायतों को टारगेट किया है। उन्होंने जिला खनिज निधि के अंतर्गत टीकाकरण प्रोत्साहन अनुदान योजना कटनी तैयार की है। इस योजना का उद्देश्य ग्राम पंचायतों के सामूहिक प्रयास एवं उनको प्रोत्साहित कर टीकाकरण का 100 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करना है। अनुदान के लिए जिले के अंतर्गत प्रत्येक ब्लाक की वह ग्राम पंचायत पात्र होगी जहां सबसे पहले 50 प्रतिशत एवं 100 प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। जो ग्राम पंचायत 50 प्रतिशत अथवा 100 प्रतिशत टीकाकरण पूर्ण होने का दावा करेगी उसके दावे का सत्यापन एवं जांच जिला स्तरीय समिति द्वारा की जाएगी। समिति द्वारा प्रमाणित किए जाने पर ही प्रत्येक ब्लाक में सर्वप्रथम 50 प्रतिशत एवं 100 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने वाली ग्राम पंचायत अनुदान प्राप्त कर पाएगी। टीकाकरण लक्ष्य पूर्ण करने वाली ग्राम पंचायत को 50 प्रतिशत टीकाकारण होने पर 5 लाख रुपए और 100 प्रतिशत टीकाकारण होने पर 10 लाख रुपए अनुदान राशि दी जाएगी।