जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़। कोरोना काल मे कई शिक्षक संक्रमण से जिंदगी की जंग हार कर स्वर्गवासी हो गए। इसी कड़ी में एक घटना बस्तर संभाग में घटी, जहां कोरोना से शिक्षक दम्पति – पति ओगरे एवम पत्नि दोनो दो मासूम बच्चों को पीछे छोड़कर काल के गर्भ में समा गए। शिक्षक समुदाय में शोक के साथ मासूम बच्चों के भविष्य की चिंता सताने लगी। जिनके सहयोग हेतु प्रान्त उपाध्यक्ष गिरजा शंकर शुक्ला एवम जिला अध्यक्ष राजकमल पटेल के पहल पर धरमजयगढ़ ब्लॉक मे भी एक वर्चुअल बैठक किया गया। जिसमें संघ के संरक्षक आशीष विश्वास , प्रकाश शर्मा एवँ जिला उपाध्यक्ष अनिल गबेल जिला महामंत्री नीलाम्बर धुरहि संयुक्त सचिव रवि पटेल संगठन मंत्री जिला अजबसिंह राठिया, संघ सचिव संजय विश्वास ब्लॉक संयोजक ब्रजेश द्ववेदी, संतोष पटेल, अजित नायक, विजय गुप्ता, कार्यकारी अध्यक्ष नरेंद, झाड़ूराम प्रदीप नायक, कोमल सिंह तोमर, विष्णु चरण, सक्रिय उपाध्यक्ष रामानंद राठिया, महेंद्र पटेल रोहित बेहरा, सपन मंडल श्यामलाल राठिया, ताम्रध्वज चन्द्रा, हैमत बिंझवार, अशोक राठिया अशोक साहू , मधु कवर सूरज मंडल, आशीष अग्रवाल, कुमार पटेल, रजनी गुप्ता, किरण पटेल, धाविका हिन्दवान, मुरली मनोहर डनसेना, निरंजन पटेल, कार्तिकराम राठिया, कमलेश साहू,राजेन्द्र राठिया, सुरेश नवनीत, रोशनना मिंज, वृहस्पति सुभद्रा चौहान, विनय पैंकरा, दिनेश कुमार, संदीप उपस्थित रहे। जिसके बाद मासूम बच्चों के भविष्य के लिए ब्लॉक के 165 शिक्षकों ने यथासंभव प्रयास करते हुए लगभग 76 हजार रुपये की सहयोग राशि बच्चों के खाते में जमा किया। संघ के ब्लॉक धरमजयगढ़ अध्यक्ष रामचरण साहू ने सभी शिक्षकों को इस पुनीत कार्य में सहयोग के लिए आभार एवँ धन्यवाद प्रेषित किया है।