भोपाल । दवावाला मेडिकल स्टोर्स की इंजेक्शन की सप्लाई के संबंध में शिकायत मिलने पर आकस्मिक छापा मार कर जांच की गई। शिकायत में बताया गया था की कोई व्यक्ति मोबाइल पर ओर्डर प्राप्त कर दवा एम्फोटेरेसिन इंजेक्शन की सप्लाई कर रहा है। शिकायतकर्ता को दवा के ओरीजनल एवं सप्लायर के सही होने पर संदेह था। प्रकरण में इन्वेस्टीगेशन हेतु औषधि निरीक्षक दल ने पुलिस बल के साथ दुकान पर छापा मारा, निरीक्षण के दौरान दुकान में लाइपोजोमल एम्फोटेरेसिन इंजेक्सन, मात्रा 06 उपलब्ध मिले। अनुज्ञप्तिधारी इन दवाओ के खरीदी विक्रय की जानकारी देने में असमर्थ रहा। निरीक्षक दल में ड्रग इंस्पेक्टर धर्मेश विगोनिया, के.एल. अग्रवाल एवं श्रीमति तबस्सुम मेरोठा एवं दो सिपाही के साथ मेसर्स दवावाला मेडीकोज को सील कर दिया है। अनुज्ञप्तिधारी द्वारा बताया गया कि लाइपोजोमल एम्फोटेरेसिन इंजेक्सन उनके द्वारा देहली से क्रय किया गया। इस संबंध में अन्वेशण किया जा रहा है।
निरीक्षण दल द्वारा उपलब्ध लाइपोजोमल एम्फोटेरेसिन इंजेक्सन का स्टॉक अन्वेशण कार्य पूर्ण होने तक के लिये फ्रीज किया गया । अनिमितताओ के दृष्टिगत , दुकान को आगामी आदेश तक के लिये सील किया गया।
निरीक्षण के दौरान दुकान मे औषधि एवं प्रशाधन सामग्री नियमावली का पालन नही होना भी पाया गया। इस संबंध मे कार्यवाही हेतु विस्तृत निरीक्षण प्रतिवेदन फार्म 35 में तैयार किया गया।
निलंबन/निरस्तीकरण के पूर्व फर्म को कारण बताओ नोटिस जारी किया जावेगा।
निरीक्षण के दौरान दुकान संचालक गौतम पाल एवं शिकायत कर्ता सुदर्शन राय मौजूद थे गौतम पाल ने बताया कि उनके पास दवाई विक्रय का लाइसेंस है और लाइसेंस प्राप्त कर ही दवा का विक्रय कर रहा हूं। जिसकी पुष्टि ओनलाइन रिकोर्ड से की गई जिसमे गौतम पाल के पास मेसर्स दवावाला मेडीकोज के नाम से वैद्य खेरची औषधि विक्रय लाइसेंस है।