कोरबा स्कूल शिक्षा मंत्री और कोरबा जिले के प्रभारी मंत्री डाॅ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कोरबा जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति और इसके नियंत्रण के लिए अब तक किये गये प्रयासों की विस्तृत समीक्षा की। प्रभारी मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई इस समीक्षा में जिले में संक्रमितों के ईलाज और स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोत्तरी के लिए आधारभूत संरचनाओं की व्यवस्था के बारे में भी अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने बैठक में क्षेत्रीय विधायकों और जन प्रतिनिधियों से भी कोरोना से निर्णायक लड़ाई के लिए रायशुमारी की। बैठक में सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत, मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुरूषोत्तम कवंर, पाली-तानाखार क्षेत्र के विधायक मोहित केरकट्टा, जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती शिवकला कवंर, महापौर राजकिशोर प्रसाद, कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल, एसपी अभिषेक मीणा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुंदन कुमार सहित अन्य अधिकारी भी शामिल हुए।
बैठक में प्रभारी मंत्री ने कोरबा जिले में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए किये जा रहे उपायों, ईलाज के लिए चरण दर चरण विकसित की गई सुविधाओं पर संतोष जताया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में आसपास के प्रदेशों की तुलना में कोरोना की टेस्टिंग, उसके ईलाज आदि की अच्छी व्यवस्थाएं हैं। डाॅ. टेकाम ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में आ रही है पर यह लड़ाई अभी लंबी चलेगी। प्रभारी मंत्री ने विशेषज्ञों के अनुमान अनुसार आने वाले दिनों में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए भी अभी से तैयारी करने पर जोर दिया। उन्होंने तीसरी लहर से लड़ने के लिए विशेषज्ञों के अनुमान अनुसार मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने, जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को अपग्रेड करने और बच्चों के ईलाज के लिए जरूरी सुविधाएं समय रहते जुटाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। प्रभारी मंत्री ने कोरबा जिले में लगभग दो सौ बेड की आईसीयू युनिट भी विकसित करने को कहा। प्रभारी मंत्री ने कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण कार्यक्रम को बढ़ाने, लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करने के भी निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए। डाॅ. टेकाम ने कोरोना के संक्रमण को नियंत्रित करने और लोगों की जान बचाने के लिए सकारात्मक सोंच तथा आपसी तालमेल से काम करने पर भी जोर दिया।
हर संभव सहयोग के लिए तैयार, टीकाकरण के लिए स्थानीय भाषा में चले जागरूकता अभियान
बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुई लोकसभा सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने कोरोना मरीजों के ईलाज, जांच, आवश्यक चीजों की उपलब्धता और समस्याओं के बारे में भी ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कोरोना को हराने के लिए कोरबा जिले को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। श्रीमती महंत ने कहा कि कोविड अस्पतालों में मरीजों के लिए उपलब्ध वेंटिलेटरों के समुचित संचालन के लिए तकनीकी विशेषज्ञों को नियुक्त किया जाना चाहिए। सांसद ने कोरोना के टीकाकरण को गति प्रदान करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय भाषा में जन जागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया। उन्होंने समाज प्रमुखों और स्वयंसेवी संस्थाओं की भागीदारी से लोगों को टीका लगाने के लिए आकर्षित करने की भी बात कही। श्रीमती महंत ने कोविड अस्पतालों में मरीजों के मनोरंजन और उनका मनोबल बढ़ाने के लिए भी जरूरी व्यवस्थाएं करने का सुझाव दिया। सांसद श्रीमती महंत ने जिले में कोरोना की रोकथाम के लिए काम कर रहे सभी अधिकारियों, कर्मचारियों की सराहना की और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।