भोपाल। कोविड जैसी विकट महामारी में अपनी जान की परवाह किए बिना रात-दिन मरीजों की सेवा समर्पण एवं पूरी निष्ठा के साथ करने का जो कार्य नर्स करती हैं उससे बड़ा कोई धर्म नहीं हो सकता। उनके हौसले और सेवा भाव की जितनी प्रशंसा की जाए और सम्मान किया जाए उतना कम है। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एवं कोविड के लिये जिले के प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एवं क्षेत्रीय सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने यह बात अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस पर जेएएच अस्पताल परिसर ग्वालियर में नर्सों का सम्मान करते हुए कही। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की महामारी के दौर में अपनी जान की परवाह किए बिना कोविड मरीजों की देखभाल और उनके स्वास्थ्य लाभ के लिये जो कार्य नर्सिंग स्टाफ कर रहा है वह काबिल-ए-तारीफ है।
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जयारोग्य चिकित्सालय समूह में कार्यरत नर्सों का शॉल-श्रीफल से सम्मान किया और उनके प्रति कृतज्ञता भी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस महामारी के दौर में जब कोविड मरीज के पास उसके परिजन भी नहीं पहुँच पा रहे हैं तब अस्पतालों में कार्यरत नर्स अपने पूरे मनोयोग से उन्हें स्वास्थ्य सेवायें प्रदान करने के साथ-साथ उनके मनोबल को बढ़ाने का कार्य भी कर रही हैं। उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों को मरीज एवं उनके परिजन पूरे जीवन नहीं भुला पायेंगे। प्रदेश सरकार भी उनके इस कार्य की भूरि-भूरि प्रशंसा करती है।
क्षेत्रीय सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि कोविड के इस दौर में चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ अपनी सर्वोच्च इच्छा शक्ति के साथ सेवा कर रहा है। उनकी इसी सेवा के कारण हम कोविड जैसी महामारी की जंग को भी जीतने की कगार पर हैं। नर्सिंग स्टाफ का सम्मान सरकार ही नहीं समाज के सभी वर्गों को करना चाहिए। श्री शेजवलकर ने सभी नर्सों को धन्यवाद भी दिया और कहा कि कोविड की इस लड़ाई में पूरे मनोयोग से कार्य कर इसमें जीत भी दिलाएँ।
कार्यक्रम में जेएएच अस्पताल परिसर के अधीक्षक कार्यालय में 22 नर्सों को अतिथियों ने शॉल-श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया।