लंदन ब्रिटेन ने कोविड के घटते मामलों के मद्देनजर अलर्ट का स्तर घटा दिया है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य प्रमुख देश का कोविड-19 अलर्ट स्तर चार से तीन करने पर सहमत हो गए जिससे संकेत मिलता है कि कोरोना वायरस संचरण अब तेज़ी से नहीं बढ़’ रहा है बल्कि इसका ‘सामान्य प्रसार’ है। वायरस की रोकथाम के लिए जरूरी लॉकडाउन और सामाजिक दूरी के स्तर का पता लगाने के लिए पिछले साल पांच स्तरीय अलर्ट व्यवस्था लाई गई थी। ब्रिटेन लॉकडाउन की पाबंदियों में ढील दे रहा है और प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अगले सोमवार से भीड़ जुटने पर लगी और रोकों को हटाने का ऐलान करने की तैयारी में हैं।
इस बीच ब्रिटेन के मुख्य चिकित्सा अधिकारी अलर्ट स्तर में बदलाव पर सहमत हुए हैं। उन्होंने संयुक्त बयान में कहा कि ज्वाइंट बायोसिक्यूरिटी सेंटर की सलाह और हालिया आंकड़ों की रोशनी में ब्रिटेन के चिकित्सा अधिकारी और एनएचएस (राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा), इंग्लैंड राष्ट्रीय चिकित्सा निदेशक इस बात पर सहमत हुए हैं कि ब्रिटेन के अलर्ट स्तर को चार स्तर से हटाकर तीन स्तर पर कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, सामाजिक दूरी में ब्रिटेन के लोगों के प्रयासों की वजह से और टीकाकरण कार्यक्रम के प्रभाव की वजह से मामलों की संख्या, मौत और कोविड अस्पताल पर दबाव लगातार कम हो रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड अब भी प्रसार में है और लोग इससे संक्रमित हो रहे हैं तथा इसे फैला रहे हैं, इसलिए सब को इससे सतर्क रहने की जरूरत है और यह अब भी वैश्विक तौर पर बड़ी महामारी है। उधर, थाइलैंड के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि देश में कोरोना वायरस के भारतीय स्वरूप के पहले मामले मिलने की पुष्टि हुई तथा पाकिस्तान से लौटी एक थाई महिला एवं उसके चार वर्षीय बेटे में इस वायरस का भारतीय स्वरूप मिला है। यह खुलासा ऐसे समय में हुआ है जब थाईलैंड अप्रैल में शुरू हुई कोरोना वायरस की नयी लहर से जूझ रहा है। इसकी शुरुआत बैंकाक के मनोरंजन स्थलों एवं भीड़भाड़ वाली झुग्गी बस्तियों से हुई थी। हाल के कई मामलों में इस वायरस का ब्रिटिश स्वरूप मिला है जो पिछले साल मिले मूल स्वरूप से अधिक संक्रामक है। थाईलैंड ने इस मई से भारत से थाई नागरिकों के अलावा अन्य पर पाबंदी लगा दी थी। भारत में भी कोरोना वायरस की दूसरी गंभीर लहर चल रही है और वहां 2।26 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और वह अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर है।