बिलासपुर । कोरोना संक्रमण के बीच छत्तीसगढ़ में लगे लॉकडाउन के दौरान नशे की लत और अज्ञानता सिर पर चढ़ने लगी है। बिलासपुर के सिरगिट्टी में महुआ शराब में होम्योपैथिक कफ सिरप मिलाकर पीने से 8 युवकों की मौत हो गई। इनमें से 4 युवकों की मौत कल सुबह हुई जबकि 4 अन्य ने बाद में दम तोड़ा। बस्ती के 5 और युवक इस समय अस्पताल में भर्ती हैं। खास बात यह है कि परिजन ने संक्रमित समझकर गांव में ही 4 शवों का अंतिम संस्कार भी कर दिया। पुलिस को घटना का पता बुधवार देर रात चला। सिरगिट्टी क्षेत्र के ग्राम कोरमी,धुरीपारा निवासी कमलेश धुरी (32), अक्षय धुरी (21), राजेश धुरी (21), समारू धुरी (25), खेमचंद धुरी (40) और कैलाश धुरी (50) सहित कई युवक पिछले कुछ दिन से नशे के लिए कफ सिरप पी रहे थे। इस दौरान युवकों ने महुआ शराब में नशा बढ़ाने के लिए होम्योपैथिक कफ सिरप मिला लिया। शराब पीने के बाद सभी अपने-अपने घर चले गए। रात में ही इनकी तबीयत बिगड़ गई। सभी को उल्टियां होने लगी। कफ सिरप पी रहे थे। मंगलवार शाम को भी इन लोगों ने होम्योपैथिक कफ सिरप की बोतलें लाईं थीं और अलग-अलग समूह में उससे ही नशा कर रहे थे। बताया जा रहा है कि गांव के करीब 20-25 युवक इस तरह से सिरप में पानी मिलाकर या महुआ-कच्ची शराब मिलाकर पी रहे थे। मंगलवार रात इन युवकों में से 8 को उल्टियां होनी शुरू हुई और बुधवार सुबह तक 4 युवकों ने दम तोड़ दिया। बुधवार और दूसरों युवकों की भी हालत खराब हो गई जिन्हें सिम्स और फिर अपोलो में दाखिल कराया गया। जहां बुधवार रात को सिम्स में दो युवकों की, अपोलो में एक युवक की और गांव में एक और युवक की मौत हो गई। 5 युवक अभी भी सिम्स में गंभीर हालत में दाखिल हैं।