कोरबा कोरबा जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण की चैन तोड़ने के लिए विभिन्न समाज प्रमुखों और समुदायों के प्रतिष्ठित नागरिकों से आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने वर्चुअल संवाद किया। पचास से अधिक समाज प्रमुखों और गणमान्य नागरिकों में जिले में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अपने बहुमूल्य सुझाव दिये और कोविड मरीजों के ईलाज के लिए भी सहयोग करने की पेशकश की। इस दौरान श्रीमती कौशल ने सभी समाज प्रमुखों से अपने-अपने समाजों के 45 साल से अधिक उम्र के शत-प्रतिशत लोगों को कोरोना का टीका लगवाने की अपील की साथ ही उन्होने समाज के अंत्योदय वर्ग के 18 से 44 वर्ष के लोगों का भी टीकाकरण कराने में सहयोग करने की अपील की। कलेक्टर ने इस वर्चुअल संवाद के दौरान जिले के समाज प्रमुखों और प्रतिष्ठित नागरिकों को कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं, अस्पतालों की स्थापना, आक्सीजन की उपलब्धता के साथ-साथ कोरोना जांच और ईलाज आदि की व्यवस्थाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने इस दौरान कोरोना संक्रमण से बचने के उपाय, होम आइसोलेशन में रहकर ईलाज कराने के नियमों के साथ-साथ कोविड प्रोटोकाॅल और शासन के दिशा निर्देशों को भी विस्तार से बताया। इस वर्चुअल बैठक में जिला पंचायत के सीईओ कुंदन कुमार, अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया, नगर निगम आयुक्त एस. जयवर्धन सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। श्रीमती कौशल द्वारा आयोजित इस वर्चुअल बैठक सह संवाद में सभी समाजों के प्रमुखों ने उत्साह से भागीदारी की, अपने सुझाव दिये और इसके लिए कलेक्टर सहित जिला प्रशासन का आभार भी माना।
*शादियों और आयोजनों को अगले 15 दिन स्थगित करने की अपील
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस बैठक में कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लगातार बढ़ रहे संक्रमण को रोकने के लिए सभी समाज प्रमुखों, सभी जन प्रतिनिधियों, जिला पंचायत, जनपद पंचायत सदस्यों, से अपने-अपने समाज में अगले 15 दिन में होने वाली शादियों और बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने वाले आयोजनों को स्थगित करने की अपील की। उन्होंने क्षेत्र के लोगों को कोरोना संक्रमण की भयावहता बताने के साथ-साथ उसे रोकने के लिए किये जाने वाले उपायों को भी बताने का अनुरोध जन प्रतिनिधियों से किया। कलेक्टर ने बैठक में बताया कि जिला प्रशासन के विश्लेषण अनुसार पिछले 10-15 दिनों में कोरोना संक्रमण के बढ़ने का मुख्य कारण गांव और शहरी इलाकों में पिछले महिने में बड़ी संख्या में हुई शादी-ब्याह है। इन आयोजनों में बड़ी संख्या में बाहर से आकर भी लोग शामिल हुए हैं जिससे कोरोना संक्रमण बढ़ा है। उन्होंने बताया कि विश्लेषण में यह बात भी सामने आई है कि मृत्यु संबंधी रीति-रिवाजों के निवर्हन के दौरान भी बड़ी संख्या में लोगो के एकत्रित होने से, गांवों के तालाबों में निस्तारी से और हैंडपंप तथा पानी भरने के नल स्त्रोतों के जरिये भी जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से फैला है। कलेक्टर ने कहा कि जिला प्रशासन ने इन सभी कारणों को ध्यान में रखकर ही कोरोना की चेन तोड़ने की रणनीति पर अमल शुरू कर दिया है। गांवों में तालाबों पर निस्तारी को प्रतिबंधित किया गया है। इसके साथ ही इलाकों में हैंडपंपों से पानी भरने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चत कराया जा रहा है। कंटेनमेंट जोनों में तो टेªक्टर ट्राली पर पानी टंकी लगाकर घर-घर पानी पहुंचाने की व्यवस्था की गई है।
*समाज प्रमुखों और जन प्रतिनिधियों ने दिये सुझाव, सूर्यवंशी समाज और सिक्ख समाज ने शादियों को अगले 15 दिनों के लिए टाला, कलेक्टर ने माना आभार
इस वर्चुअल बैठक में कई समाजों के प्रमुखों और गणमान्य नागरिकों-जन प्रतिनिधियों ने कोविड संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अपने-अपने सुझाव दिये। सूर्यवंशी समाज के प्रमुख एल.डी.गढ़ेवाल ने आने वाले 15 दिनों के लिए शादी-ब्याह को पूर्णतः प्रतिबंधित करने का समर्थन किया और सूर्यवंशी समाज में होने वाली शादियों को अगले 15 दिनों के लिए स्थगित रखने की जानकारी दी। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने इसके लिए सूर्यवंशी समाज के सभी लोगों के प्रति जिला प्रशासन की ओर से आभार व्यक्त किया। श्री गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य सरदार अमरीक सिंह ने बैठक में बताया कि सिक्ख समाज ने कोविड के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सभी समाजिक शादियों को आगे बढ़ा दिया है साथ ही समाज के सभी लोगों को इससे बचने के लिये मास्क लगाने, हाथों को बार-बार सेनेटाइज करने, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की भी समझाईश दी जा रही है। कलेक्टर सिक्ख समाज के इस प्रयास के लिए अमरीक सिंह को साधुवाद दिया। कोरबा चर्चेस वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधि राजेश जोसफ ने आक्सीजन की कमी और रेमडेसिविर इंजेक्शन की काला बाजारी पर रोक लगाने का सुझाव दिया। कलेक्टर ने बताया कि जिले में वर्तमान में आक्सीजन की कोई कमी नहीं है। अभी 481 आक्सीजनयुक्त बेड, 53 आईसीयू बेड, 56 एचडीयू बेड और 31 वेंटिलेटर कोविड मरीजों के ईलाज के लिए उपलब्ध हैं। श्रीमती कौशल ने यह भी बताया कि जिले में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कोई कमी नहीं है। रेमडेसिविर इंजेक्शन मेडिकल दुकानों में नहीं मिलकर केवल कोविड अस्पतालों में ही सीधे उपलब्ध है। कलेक्टर ने यह भी बताया कि जिले के कोविड अस्पतालों में 833 इंजेक्शन उपलब्ध हैं। उन्होंने रेमडेसिविर इंजेक्शन के बारे में आईसीएमआर और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देशों की जानकारी भी बैठक में दी। स्वर्णकार समाज के प्रतिनिधि विजय सोनी, जायसवाल कलार समाज के प्रतिनिधि किशन साव, राठिया समाज के प्रतिनिधि दुबराज सिंह, मुस्लिम समाज के प्रतिनिधि मोहम्मद न्याज अरबी सहित कई अन्य प्रतिनिधियों ने 18 साल से 44 साल तक के आयु वर्ग को कोरोना वेक्सिनेशन के लिए अंत्योदय वर्ग के होने की शर्त को समाप्त करने का सुझाव दिया। कलेक्टर ने इस पर शासन स्तर पर निर्धारित नीति के अनुसार ही निर्णय लिये जाने की जानकारी सभी को दी
जायसवाल समाज के ही मनोज महतो ने दूसरे राज्यों और जिलों से छुप-छुपाकर कोरबा आ रहे लोगों की जिले की सीमा पर कड़ाई से जांच करने का सुझाव दिया। मसीह समाज के रवि पी.सिंह ने होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों के घर से निकलने वाले कचरे को अन्य लोगों के घर के कचरे से अलग इकट्ठा कराने और उसका समुचित निपटान करने का सुझाव दिया। उन्होंने शहर में जलने वाली कोयले की सिगड़ियों पर भी प्रतिबंध लगाने का सुझाव दिया ताकि लोगों को फेफड़ों की बिमारी से बचाया जा सके। लायंस क्लब के शैलेन्द्र सिंह ने कोरोना जांच और सीटी स्केन के लिए शासन द्वारा निर्धारित दर ही लेने को कड़ाई से पालन कराने का सुझाव दिया।
अग्रवाल समाज के प्रमुख श्री श्रीकांत बुधिया ने कोरोना के मरीजों के लिए शहर में अग्रवाल सभा द्वारा आइसोलेशन सेंटर संचालित करने के लिए प्रशासन से उपयुक्त भवन उपलब्ध कराने की मांग की। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने अग्रवाल सभा द्वारा की जा रही इस पहल के लिए श्री बुधिया को धन्यवाद ज्ञापित किया और पीजी कालेज हास्टल या मिनीमाता गल्र्स कालेज हास्टल में व्यवस्थाओं के लिए सभी जरूरी सहयोग करने का आश्वासन दिया। श्री बुधिया ने कोल परिवहन करने वाले वाहनों की मरम्मत आदि के लिए वर्कशाप और मरम्मत संबंधी दुकानों को भी समय निर्धारित कर खोले जाने का सुझाव प्रशासन के समक्ष रखा। वरिष्ठ जन प्रतिनिधि क्षेत्रपाल सिंह कंवर ने आगामी खरीफ मौसम के लिए किसानों की सुविधा अनुसार कृषि केंद्रों को लाॅकडाउन से छूट देने का सुझाव दिया। सर्व आदिवासी समाज के प्रतिनिधि सेवकराम ने लाॅक डाउन का सख्ती से पालन कराने के साथ-साथ निश्चित समय के लिए बैंकों को भी लोगों से लेनदेन करने खोलने का सुझाव दिया। परसराम रमानी ने भी बैंकों के बंद होने से आम लोगों की परेशानियों से अवगत कराते हुए उन्हें निश्चित समय के लिए खोलने का सुझाव दिया। रामनारायण सारंग ने ग्रामीण क्षेत्रों में होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड मरीजों के परिजनों को भी सख्ती से कोविड प्रोटोकाॅल का पालन कराये जाने के लिए कार्रवाई करने का सुझाव दिया। नागरिक संघर्ष समिति के सदस्य राजकुमार दुबे ने लाॅक डाउन के दौरान भिक्षुओं और अति गरीब मजदूरों आदि के लिए भोजन व्यवस्था बनाने का सुझाव प्रशासन को दिया। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने इसके लिए जरूरी इंतजाम करने के निर्देश नगर निगम आयुक्त को दिए।