न्यूयॉर्क । अंतरिक्ष में भेजा गया चीन का रॉकेट लॉन्ग मार्च 5बी अनियंत्रित होकर पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है और कहीं भी गिर सकता है। यह रॉकेट का मुख्य हिस्सा यानी कोर है। इसका वजन 21 टन है और करीब 100 फीट लंबा है। शनिवार 8 मई को इसके वायुमंडल में प्रवेश की संभावना है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी समेत कई देश अपने रडार से इस रॉकेट पर नजर बनाए हुए है ताकि अगर यह किसी देश के ऊपर आता है तो पहले ही इसकी सूचना लोगों को दे दी जाए। इसकी गति और बदलती ऊंचाई से यह पता करना मुश्किल हो रहा है कि ये धरती पर कब, किस दिन और कहां गिरेगा। वैसे तो धरती के वायुमंडल में आते ही इसका अधिकतर हिस्सा जलकर खाक हो जाएगा, लेकिन छोटा-मोटा हिस्सा भी आबादी वाले इलाके में गिरा तो तबाही मचा देगा। पिछले साल मई में चीन का एक रॉकेट पश्चिमी अफ्रीका और अटलांटिक महासागर में गिरा था। चीन ने अंतरिक्ष में अपना स्पेस स्टेशन बनाने के लिए अब तक के सबसे भारी इस रॉकेट को 28 अप्रैल को अपने तियानहे स्पेस स्टेशन से लॉन्च किया था।