बिलासपुर । कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर की अपील पर ग्रामीण क्षेत्रों में सरपंच, सचिव, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व रोजगार सहायक घर-घर जाकर लोगों को कोविड टीकाकरण के लिये प्रेरित कर रहे हैं। जिले में इस प्रयास के चलते पंजीकृत 96.41 प्रतिशत लोगों ने कोविड का पहला डोज लगवा लिया है।
टीकाकरण को लेकर लोगों में कोई भ्रांति न हो या इसके बारे में अफवाह पर लोग ध्यान न दें और 45 वर्ष एवं उससे अधिक उम्र के सभी पात्र व्यक्ति टीका लगवायें। इस उद्देश्य से जिले के सभी विकासखंडों में मैदानी स्तर के अधिकारी कर्मचारी से लेकर ग्रामीण स्तर का अमला लोगों को टीकाकरण के लिये जागरूक करने हेतु जुटा हुआ है।
गांव के हर घर में पंचायत पदाधिकारी, शासकीय सेवक पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के एएनएम कार्यकर्ता भी कोविड टीकाकरण केन्द्रों में लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि टीके का प्रथम डोज लगाने के छह से आठ सप्ताह के बाद दूसरा डोज अवश्य लगायें। टीका लगाने के बाद यदि किसी को शरीर में दर्द हो रहा है या बुखार आ रहा हो तो सिर्फ पैरासिटामॉल की गोली लेने की समझाइश भी दी जा रही है।
किसी मरीज को यदि ज्यादा तकलीफ है तो उसे अपने निकट के सामुदायिक, प्राथमिक या उप-स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर परामर्श लेने कहा जा रहा है। जिले में 226 कोविड टीकाकरण केन्द्र बनाये गये हैं जिनमें से 116 ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। सामुदायिक, प्राथमिक, उप-स्वास्थ्य केन्द्र, हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर एवं स्कूलों में टीकाकरण केन्द्र बनाये गये हैं। इन केन्द्रों में भी कैम्प लगाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
जिले में 3 लाख 47 हजार 533 डोज लगे
कोविड वैक्सीनेशन के प्रति जागरूकता के फलस्वरूप जिले में 3 लाख 47 हजार 533 डोज अब तक लगाये जा चुके हैं। इनमें से 3 लाख 15 हजार 323 लोगों ने पहला डोज और 32 हजार 210 ने दूसरा डोज लगवाया है। जिले में 3 लाख 27 हजार 56 हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर और नागरिकों ने टीकाकरण के लिये पंजीयन कराया है, जिसमें से 96.41 प्रतिशत लोगों ने पहला डोज तथा 10.21 प्रतिशत लोगों ने दूसरा डोज लगवा लिया है। प्रथम डोज लगवाने वालों में 23 हजार 222 हेल्थ केयर वर्कर, 13 हजार 715 फ्रंटलाइन वर्कर व 2 लाख 78 हजार 386 नागरिक शामिल हैं। दूसरा डोज लगवाने वालों में 14 हजार 641 हेल्थ केयर वर्कर, 6 हजार 938 फ्रंटलाइन वर्कर और 10 हजार 631 नागरिक हैं।