कवर्धा । छत्तीसगढ़ के कवर्धा में कोरोनाकाल में हुआ एक विवाह मिसाल बन गया है। कवर्धा जिला के लोहारा ब्लॉक के ग्राम टाटिकसा में कांता साहू के घर पहुंची बारात में ना बैंड था ना बाजा, केवल दूल्हा है और 2-4 बराती। इस विवाह में कोविड-19 नियमों का पालन किया गया। यह शादी बिना ताम- झाम के मंदिर में बहुत ही सादगी पूर्ण तरीके से हुई। गांव में यह विवाह कार्यक्रम लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
यह शादी पूरे रीति रिवाज के साथ हुई। शादी में बिल्कुल भी भीड़भाड़ नहीं रही। इस वजह से कोरोना वायरस फैलने का खतरा नहीं था। खास बात यह है कि इस परिवार ने कोरोनाकाल में जागरूकता दिखाई। समाज क्या कहेगा के डर को पीछे छोड़ इन लोगों ने सभी के स्वास्थ्य को सामाजिक तानों और शादी के आयोजनों से ऊपर माना।
कोरोना के आगे सभी नियम कानून को मानने मजबूर हुए हैं। परिजनों को कहना है कि कोरोना की वजह से उन्होंने शादी के आयोजन को सीमित किया है, नहीं तो भला ऐसे कोई शादी होती है। दूल्हे के साथ सिर्फ पांच लोग ही शादी में शमिल हुए।