रायपुर। आरटीआई कार्यकर्ता और कांग्रेस नेता संजीव अग्रवाल ने रायपुर और प्रदेश में बढ़ते हुए कोरोना के आंकड़ों के मद्देनजर प्रदेश की भूपेश सरकार को यह सुझाव दिया है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में 100 से ज्यादा कमरे हैं और 12 गेट भी हैं जिन्हें अगर सरकार चाहे तो एक सुनियोजित तरीके से कोविड-19 सेंटर के रूप में तब्दील करके इस्तेमाल कर सकती है। क्योंकि जहां एक तरफ राजधानी में सरकारी व निजी अस्पतालों में कोविड-19 के मरीज़ों के लिए ऑक्सीजन बेड की कमी साफ़ दिखाई दे रही है तो वहीं दूसरी तरफ रोजाना कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इसे देखते हुए सरकार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम को कोविड-19 सेंटर बना देना चाहिए। यही नहीं, रायपुर के कृषि विश्वविद्यालय में भी बड़े-बड़े हॉल खाली हैं। उन्हें भी कोविड-19 सेंटर बनाकर अस्पतालों में आने वाली बिस्तरों की समस्या से निजात पाना चाहिए। अगर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री इस और ध्यान देते हैं तो यकीनन प्रदेश में और खासकर राजधानी में अस्पतालों में होने वाली बिस्तरों की समस्याओं से जल्द से जल्द निजात मिलेगी क्योंकि अस्पतालों में बिस्तर न होने के कारण ऐसे मरीज जिन्हें कोविड- 19 नहीं है, वह भी परेशान हो रहे हैं। साथ ही पैथोलॉजी सेंटर में भी इसका असर पड़ रहा है।