भोपाल ।अपनी मांगों के समर्थन में प्रदेश भर के आरटीओ कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इस संबंध में परिवहन आयुक्त और शासन स्तर पर अपनी जायज मांग को पूरा करने के लिए ज्ञापन सौंपा गया है। आज 7 अप्रैल से परिवहन कार्यालयों के अधिकारी और कर्मचारी अनिश्चिकालीन हड़ताल पर रहेंगे। वहीं क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में कार्य बंद रहेगा। परिवहन विभाग मध्यप्रदेश के अधिकारियों, कर्मचारियों के संयुक्त संगठनों ने मंगलवार को बैठक में कई साल से की जा रही मांग के पूरे नहीं होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है। अधिकारी, कर्मचारी संघ ने बताया कि कोविड-19 से 20 और 20 से 21 में विषम परिस्थिति होते हुए भी वित्तीय वर्ष का लक्ष्य की पूर्ति की गई है। इसके बाद भी अधिकारियों ने शासन के आदेश और परिवहन विभाग के अधिनियम और नियमों को दरकिनार करते हुए विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज कर दिए गए। जबकि शासन के आदेश है कि बिना जांच के किसी भी लोकसेवक पर प्रकरण दर्ज नहीं किया जा सकता है। परिवहन अधिकारियों द्वारा किए गए कार्य अर्ध न्यायिक प्रवृति के होते है। जिसे देखते हुए संरक्षण की मांग की गई थी। उसपर भी कोई विचार नहीं किया गया। कर्मचारियों ने बताया कि वर्तमान जिला परिवहन अधिकारी टीकमगढ़, रायसेन और सेवानिवृत उप परिवहन आयुक्त के खिलाफ अधिनियमों और शासन के आदेश की अवेहलना करते हुए प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसका परिवहन अधिकारी और कर्मचारी संघ विरोध करता है। यह हड़ताल का तात्कालीक कारण भी है। इसके अलावा अन्य मांगों में परिवहन कार्यालय में कार्यालयीन स्टॉफ की कमी है जिसके कारण कार्य की अधिकता के कारण अधिकारी और कर्मचारी पर मानसिक दबाव रहता है। वहीं जब भी कोई भी यात्री वाहन हादसाग्रस्त होता है, तो बिना जांच के जिला परिवहन अधिकारी को निलंबित कर दिया जाता है। परिवहन विभाग में आरक्षक से लेकर संभागीय उप परिवहन आयुक्त के पदों में अन्य विभागों की तुलना में काफी वेतन विसंगतियां है। कार्यालयीन स्टाफ ने वर्दी की मांग की थी, जो आश्वासन देकर ही समाप्त कर दी गई। इसके अलावा अन्य कई मांग है।