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डेढ़ साल का लक्ष्य समझ भी न सका कि पापा ऐसे क्यों लेटे हैं

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रायपुर बीजापुर और सुकमा जिले से लगे जोनागुडा, टेकलगुड़ुम और जीरागांव में शनिवार को हुई थी मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हुए थे। सभी के शव सोमवार को उनके गांवों में पहुंचे। गरियाबंद जिले के रहने वाले शहीद सुखसिंह फरस का पार्थिव शरीर उनके गृहग्राम पहुंचा। बदहवास पत्नी के आंसू नहीं थम रहे थे। बेबस पिता फगुराम सब कुछ देख रहे थे। उनकी गोद में शहीद सुखसिंह का बेटा लक्ष्य भी था। डेढ़ साल का ये बच्चा गांव की भीड़ को देख रहा था, अपने पापा को इस तरह लेटे हुए भी देख रहा था। कुछ औपचारिकताओं के बाद इस बच्चे ने पिता को मुखाग्नि दी।

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