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अंबेटिकरा बाल वाटिका अपने दुर्दशा पर बहा रहा आंसू

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धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ शासन वन विभाग अंतर्गत वन मंडल धरमजयगढ़ के शाहपुर पंचायत अंतर्गत तराईमार परिसर में वर्ष 2019 में नदी तट वृक्षारोपण योजना के तहत अंबेटिकरा के पास 5 हेक्टेयर रकबा में वृक्षारोपण किया गया है। यहां बांस वन, मिश्रित वन, पुरखा वन, फलोद्यान, अर्जुन वन, आंवला वन, ऑक्सीजोन, मिश्रित वन, अमर वाटिका, औषधि वन, बाल वाटिका का निर्माण किया गया है। बाल वाटिका में विभिन्न प्रकार के झूला फिसल पट्टी आदि बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र है। नदी तट वृक्षा रोपण अम्बेटिकरा का लोकार्पण अगस्त 2019 में स्थानीय विधायक लालजीत सिंह राठिया द्वारा अन्य अतिथियों की उपस्थिति में बड़े ही धूमधाम से किया गया था। इसी वाटिका के भीतर पर्यावरण और सम्मान स्थल का निर्माण भी किया गया है। जिसमें धर्मजयगढ़ वन मंडल अंतर्गत जीवनदायी वन एवं पर्यावरण के संरक्षण में वीरगति को प्राप्त करने वाले जुझारू कर्मचारियों को याद कर उन्हें सम्मान दिया गया है। यहां स्वर्गीय डीआर लदेर वन क्षेत्रपाल लैलूंगा एवं छाल वन परीक्षेत्र अंतर्गत वनरक्षक मुकेश पांडे जी अपने ड्यूटी के दरमियान वीरगति को प्राप्त हो गए थे उन्हें श्रद्धांजलि दिया गया है। यह वृक्षारोपण बहुत अच्छे ढंग से किया गया है लेकिन यह वाटिका अपने दुर्दशा पर अब आंसू बहा रहा है। आज के दिन में यहां ना कोई देखभाल करने वाले चौकीदार है ना सिंचाई हेतु पानी की व्यवस्था है। पिछले वर्ष गर्मी में भी लगातार वर्षा होते रहने के कारण यहां रोपित पौधा तो जीवित हैं लेकिन इस वर्ष पौधे मरने के कगार पर आ गए हैं।और घेराव आदि भी टूटने लगा है। कार्य संपादन कराने वाले तत्कालीन वनपरिक्षेत्राधिकारी टीपी डनसेना से बात करने पर उन्होंने बताया कि नदी में पंप लगाकर वहां सिंचाई सुविधा भी प्रस्तावित है। लेकिन मुझे वहां से अन्यंत्र प्रभार दे दिए जाने के कारण आगे का कार्य संबंधित अधिकारी ही करेंगे।

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