असीम गौरव, जोहार छत्तीसगढ़।
पत्थलगांव। वनोपज महुआ बीनने के लिए अपनी पत्नी और माता पिता के साथ बगीचा विकासखंड के कलिया जंगल में गए युवक पर एक भालू ने हमला कर दिया। एक महुआ के पेड़ के नीचे जैसे ही परिवार महुआ बिना शुरू किया ही था की पहाड़ियों की ओर से दौड़ता हुआ जंगली भालू आया और सबसे पहले युवक पर टूट पड़ा। युवक का नाम हाबिल टोप्पो है। जो अपने पिता सिलबनुस, माता अलविना और पत्नी सूरजमनी के साथ महुआ बीनने के लिए कलिया जंगल गया हुआ था। दोपहर लगभग 12 बजे जब परिवार महुआ बिन रहा था तभी पहाड़ियों की ओर से भालू दौड़ता हुआ आया और सीधा हाबिल के ऊपर हमला कर दिया। अचानक हुए हमले से युवक अपने होश खो बैठा और वह गिर पड़ा। पास में ही महुआ बिन रहे परिवार के लोगों ने मदद की गुहार लगाते हुए भालू को भगाने व युवक से छुड़ाने कोई कसर नहीं छोड़ी। भालू और इससे ग्रामीण परिवार के बीच संघर्ष व शोर सुनकर पास में मवेशी चराने आए एक चरवाहा कुल्हाड़ी व डंडा लेकर मौके पर पहुंचा और भालू को युवक से छुड़ाते हुए जंगल की ओर खदेड़ा। इस दौरान युवक की स्थिति बहुत ही गंभीर हो गई जिससे पहले जंगल से गांव लाया गया और फिर मोटरसाइकिल से पास के स्वास्थ्य केंद्र में युवक को भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है। घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक युवक को अगर परिजनों की मदद नहीं मिलती तो मौके पर उसकी मौत भी हो सकती थी लेकिन पारिवारिक एकजुटता ने एक जिंदगी बचा ली और वर्तमान में उसकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।