धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़।
धरमजयगढ़ क्षेत्र में बिजली ठेकेदार द्वारा ग्रामीण मजदूरों के जिंदगी के साथ खिलवाड़ करते देखा जा रहा है। ठेकेदार द्वारा मजदूरों को किसी भी प्रकार का कोई सुरक्षा उपकरण नहीं दिया गया गया है मजदूर अपने जान जोखिम में डालकर ठेकेदार का काम कर रहे हैं। मजदूर करें तो क्या करें बेचारा अपने पेट और परिवार के भारण पोषण के लिए अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। हम आपको बता दे कि बिजली विभाग के ठेकेदार द्वारा नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र में नये लाईन बिछाये जा रहे हैं जिसमें काम करने वाले ग्रामीण मजदूर अपने जान जोखिम में डालकर बिजली खम्भे में बिना किसी भी सुरक्षा उपकरण के चढ़कर काम करते हैं काम करते वक्त मजदूर से अगर थोड़ी सी भी गलत या लापरवाही हो जाते हैं तो मजदूर की जान जा सकता है। ये सब जानते हुए भी बिजली विभाग के ठेकेदार द्वारा मजदूरों को कोई सुरक्षा उपकरण नहीं देना अपने आप में भारी लापरवाही हैं। जबकि ठेकेदार को मजदूरों को सेफ्टी बेल्ट सभी मजदूरों को देना चाहिए ताकि किसी मजदूर से किसी प्रकार की कोई दुर्घटना न घट पाये। शासन के नियमानुसार बिजल विभाग में काम करने वालों को आईटीआई करना अनिवार्य होता है। लेकिन धरमजयगढ़ बिजली विभाग में काम करने वाले ठेकेदार के पास अधिकत्तर मजूदर आईटीआई से प्रशिक्षण प्राप्त नहीं किया है। लेकिन इसके बाद भी ठेकेदार द्वारा ग्रामीण क्षेत्र सहित नगरीय क्षेत्र में नये बिजली कनेक्शन के लिए लगाये जा रहे खम्भे एवं बिजली तार खिंचते समय किसी भी प्रकार की सुरक्षा उपकरण का उपयोग मजदूरों द्वारा नहीं किया जाता है जिससे कभी भी किसी मजूदर की जान जा सकता है। स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि ऐसे लापरवाह ठेकेदार पर कड़ी कार्यवाही करें ताकि किसी गरीब ग्रामीण आदिवासी मजदूर की जान बच सकें।